October 28, 2025

पटना में ई-रिक्शा ने बाइक को मारी टक्कर, गिरने के बाद ट्रैक्टर ने कुचला, एक की दर्दनाक मौत

पटना। फतुहा इलाके में गुरुवार देर रात एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ, जिसमें 47 वर्षीय रंजय सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा नेशनल हाईवे 30ए पर यदुवंश नगर सोनारू मोड़ के पास हुआ। हादसा इतना भयावह था कि स्थानीय लोगों में अफरा-तफरी मच गई। मृतक अपने परिजन के दाह संस्कार से लौट रहे थे, जब अचानक उनकी बाइक को ई-रिक्शा ने टक्कर मार दी और गिरने के बाद पीछे से आ रहे ट्रैक्टर ने उन्हें कुचल दिया।
हादसे का पूरा विवरण
घटना देर रात की बताई जा रही है। मृतक की पहचान सारण जिले के सोनपुर थाना क्षेत्र के भरपुरा गांव निवासी हरेंद्र सिंह के पुत्र रंजय सिंह के रूप में हुई है। वे अपने भतीजे राकेश कुमार सिंह के साथ बाइक से नरौली बहादुरपुर करौटा गांव में अपने छोटे भाई के ससुर के दाह संस्कार में शामिल होकर घर लौट रहे थे। जैसे ही दोनों यदुवंश नगर सोनारू मोड़ के पास पहुंचे, सामने से तेज रफ्तार में आ रहे एक ई-रिक्शा ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक सड़क पर फिसल गई और दोनों सवार सड़क पर जा गिरे। इसी दौरान पीछे से आ रहे एक ट्रैक्टर ने रंजय सिंह को कुचल दिया। इस दर्दनाक हादसे में उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि राकेश कुमार किसी तरह बाल-बाल बच गए।
हादसे के बाद अफरा-तफरी का माहौल
घटना के बाद स्थानीय लोग मौके पर जुट गए। सड़क पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। ट्रैक्टर चालक हादसे के बाद वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गया। लोगों ने तुरंत घायल रंजय सिंह को फतुहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस को सूचना मिलते ही फतुहा थाना प्रभारी सदानंद साह अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और पूरे मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा तैयार किया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना अध्यक्ष ने बताया कि ट्रैक्टर चालक की तलाश जारी है और फरार आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शी का बयान
मृतक के भतीजे और बाइक चालक राकेश कुमार सिंह ने घटना की पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया, “हम दोनों दाह संस्कार करके लौट रहे थे। रास्ता थोड़ा अंधेरा था और अचानक सामने से एक ई-रिक्शा आ गया। उसने सीधा हमारी बाइक को टक्कर मार दी। हम दोनों सड़क पर गिर गए, तभी पीछे से ट्रैक्टर आ गया और चाचा को कुचल दिया। मैं किसी तरह बगल में लुढ़क गया, जिससे जान बच गई, लेकिन चाचा को नहीं बचा सका। राकेश की बातों से साफ है कि हादसा बेहद अचानक और भयावह था। रात का समय और अंधेरे में तेज रफ्तार वाहनों के चलते यह हादसा टल नहीं सका।
मृतक के परिवार में मचा कोहराम
रंजय सिंह की मौत की खबर मिलते ही उनके गांव भरपुरा में मातम छा गया। परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव के लोग बताते हैं कि रंजय स्वभाव से शांत और जिम्मेदार व्यक्ति थे। परिवार में वे आर्थिक और सामाजिक रूप से एक महत्वपूर्ण स्तंभ माने जाते थे। उनके अचानक चले जाने से पूरा परिवार टूट गया है। स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषी वाहन चालकों पर सख्त कार्रवाई की जाए और मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए।
हादसे की वजह और सड़क सुरक्षा की चिंता
यह हादसा सड़क सुरक्षा के गंभीर सवाल उठाता है। नेशनल हाईवे 30ए पर वाहनों की तेज रफ्तार और बिना रोशनी के चलने वाले ई-रिक्शे दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। अक्सर इस मार्ग पर रोशनी की कमी और अवैध पार्किंग के चलते दुर्घटनाएं होती रहती हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में ट्रैफिक पुलिस की गश्त बहुत कम होती है और रात में भारी वाहनों का आवागमन तेज रफ्तार से होता है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस क्षेत्र में स्पीड लिमिट लागू की जाए और रात के समय यातायात व्यवस्था को सख्त किया जाए।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की प्रक्रिया
फतुहा थाना अध्यक्ष सदानंद साह ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल से ट्रैक्टर जब्त कर लिया है। चालक की पहचान की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा जाएगा। पुलिस ई-रिक्शा चालक की भी तलाश कर रही है, जिसने दुर्घटना की शुरुआत की थी। थाना प्रभारी ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। पटना के फतुहा में हुआ यह हादसा सड़क सुरक्षा के प्रति हमारी लापरवाही का एक और उदाहरण है। एक निर्दोष व्यक्ति ने अपनी जान गंवा दी, जबकि जिम्मेदार चालक मौके से फरार हो गए। ऐसी घटनाएँ इस बात की ओर इशारा करती हैं कि हमें सड़क पर न केवल सावधानी बरतने की आवश्यकता है, बल्कि यातायात नियमों का पालन भी अनिवार्य रूप से करना चाहिए। रंजय सिंह की मौत न केवल उनके परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि सड़क पर थोड़ी सी लापरवाही कितनी बड़ी त्रासदी बन सकती है। प्रशासन को इस हादसे से सबक लेते हुए सख्त कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ दोबारा न हों।

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