October 28, 2025

महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर बोले राजेश राम, कई सीटों पर क्रॉस डिमांड, कोऑर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष का होगा अंतिम फैसला

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, लेकिन महागठबंधन (इंडिया गठबंधन) के भीतर सीट शेयरिंग को लेकर असमंजस अब भी बरकरार है। पहले चरण की 121 सीटों पर नामांकन दाखिल किए जा चुके हैं, जिनमें से 7 सीटों पर महागठबंधन के घटक दलों के बीच सीधी टक्कर की स्थिति बन गई है। यही नहीं, 114 सीटों पर एनडीए और इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार आमने-सामने हैं, जबकि कुछ सीटों पर सहयोगी दल आपस में ही भिड़ने की स्थिति में हैं। इस बीच कांग्रेस और राजद के बीच तनातनी खुलकर सामने आ गई है। राजद ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम की सीट पर भी अपना उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। जानकारी के अनुसार, यहां से पूर्व मंत्री सुरेश पासवान को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। पासवान ने अपना नामांकन फॉर्म (एनआर) भी कटवा लिया है और वे 20 अक्टूबर को अपना पर्चा दाखिल करेंगे।
“कई सीटों पर क्रॉस डिमांड है” : राजेश राम
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने पटना में एक निजी चैनल से बातचीत में कहा कि गठबंधन के भीतर सीटों को लेकर बातचीत जारी है। उन्होंने कहा, “कई सीटों पर क्रॉस डिमांड है। महागठबंधन में छह दल हैं और सभी अपनी-अपनी स्थिति को देखते हुए सीटों की मांग कर रहे हैं। सारी प्रक्रिया साथ-साथ चल रही है। कुछ ही घंटे में तस्वीर साफ हो जाएगी।” राजेश राम खुद भी 20 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करने वाले हैं, और इसके लिए वे लगातार कार्यकर्ताओं व स्थानीय नेताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर कोई विवाद नहीं है, बल्कि स्वाभाविक बातचीत की प्रक्रिया चल रही है।
“गेंद अब कोऑर्डिनेशन कमेटी के पाले में है”
राजेश राम ने स्पष्ट किया कि अंतिम निर्णय कोऑर्डिनेशन कमेटी के चेयरमैन द्वारा लिया जाएगा। उन्होंने कहा, “गेंद अब कोऑर्डिनेशन कमेटी के पाले में है। गठबंधन को लेकर सारे निर्णयों का अधिकार चेयरमैन के पास है। वे जो भी फैसला लेंगे, वही अंतिम होगा। हम सभी उनके निर्णय को स्वीकार करेंगे।” राजेश राम ने यह भी कहा कि सीट शेयरिंग और नामांकन की प्रक्रिया एक साथ चल रही है। “चुनावी प्रक्रिया हो या सीट बंटवारे की प्रक्रिया, दोनों समानांतर रूप से चल रही हैं। कुछ सीटों पर अंतिम मोहर लगनी बाकी है, लेकिन अंतिम फैसला तेजस्वी यादव जी को लेना है।”
तेजस्वी यादव पर सभी की नजरें
महागठबंधन की कोऑर्डिनेशन कमेटी के चेयरमैन तेजस्वी यादव को इस पूरे समीकरण का ‘फैसला करने वाला चेहरा’ माना जा रहा है। सभी दलों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जो भी निर्णय तेजस्वी यादव लेंगे, वही अंतिम रूप से स्वीकार किया जाएगा। राजेश राम ने कहा “तेजस्वी यादव इंडिया गठबंधन के नेता हैं और सभी मुद्दों का समाधान उनके हाथ में है। गठबंधन में सभी पार्टियां उनके नेतृत्व में एकजुट हैं। हमें उनके निर्णय का इंतजार है।”
भीतरघात की स्थिति से चिंतित कांग्रेस
राजद द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष की सीट पर उम्मीदवार उतारने की खबर ने कांग्रेस खेमे में असंतोष पैदा कर दिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता इसे “गठबंधन धर्म के खिलाफ” बता रहे हैं, हालांकि राजेश राम ने इस पर संयम बरतते हुए कहा कि बातचीत जारी है और जल्द ही सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर कुछ सीटों पर तालमेल नहीं बैठ पाया, तो इसका नुकसान महागठबंधन को हो सकता है, खासकर उन इलाकों में जहां भाजपा और जदयू का संगठन मजबूत है।
पहले चरण में बढ़ेगी सरगर्मी
पहले चरण की 121 सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। 20 अक्टूबर तक नामांकन वापसी की तिथि तय है। ऐसे में महागठबंधन के अंदर सीट बंटवारे का विवाद जल्द सुलझाना आवश्यक हो गया है। महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर जारी खींचतान अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि अंतिम फैसला अब तेजस्वी यादव के हाथों में है। कई सीटों पर क्रॉस डिमांड और अंदरूनी असहमति के बावजूद गठबंधन दल यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि वे एकजुट हैं। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि कोऑर्डिनेशन कमेटी के चेयरमैन तेजस्वी यादव क्या निर्णय लेते हैं और किस तरह इस राजनीतिक उलझन को सुलझाते हैं।

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