समस्तीपुर में अपराधियों ने मुखिया की गोली मारकर की हत्या, वारदात के बाद फरार, जांच में जुटी पुलिस
समस्तीपुर। बिहार के समस्तीपुर जिले में गुरुवार की देर रात हुई वारदात ने पूरे इलाके को दहलाकर रख दिया। करिहरा पंचायत के मुखिया मनोरंजन गिरी की अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। जैसे ही यह खबर फैली, क्षेत्र में सनसनी फैल गई और बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर पहुंच गए।
वारदात कैसे हुई
जानकारी के अनुसार, मुखिया मनोरंजन गिरी सातनपुर चौक से अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान पानी टंकी के पास पहले से घात लगाए अपराधियों ने उन पर अचानक हमला कर दिया। हमलावरों ने नजदीक से उनके सीने में तीन गोलियां दाग दीं। गोली लगते ही मनोरंजन गिरी सड़क पर गिर गए और मौके पर ही मौत हो गई। हमलावर घटना को अंजाम देकर फरार हो गए।
लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद सड़क से गुजरने वाले लोगों ने जब मृतक का शव देखा तो शोर मचाया। देखते ही देखते आसपास से बड़ी संख्या में लोग वहां जमा हो गए। लोगों में गुस्सा और भय दोनों था। ग्रामीणों ने कहा कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि उन्होंने सरेआम मुखिया को गोली मार दी और आसानी से भाग निकले।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही उजियारपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। दलसिंहसराय के डीएसपी विवेक कुमार शर्मा भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि मुखिया की हत्या गोली मारकर की गई है और मामले की गंभीरता को देखते हुए हर पहलू से जांच की जा रही है। पुलिस अब यह समझने की कोशिश कर रही है कि हमलावर कितने लोग थे, कहां से आए थे और बाइक या अन्य साधनों से फरार हुए। फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाकर साक्ष्य इकट्ठे किए जा रहे हैं।
आपराधिक पृष्ठभूमि और विवाद
मुखिया मनोरंजन गिरी की पृष्ठभूमि भी विवादों से भरी रही है। उन पर आधा दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। हाल ही में उन पर विक्रम गिरी नामक व्यक्ति की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगा था। विक्रम और मनोरंजन पहले साथ में ठेकेदारी का काम करते थे, लेकिन आपसी संबंध बिगड़ने के बाद दोनों के बीच मनमुटाव हो गया। पिछले महीने विक्रम की हत्या हुई थी, जिसमें मनोरंजन का नाम सामने आया था। आशंका जताई जा रही है कि यह हत्या उसी विवाद और बदले की कार्रवाई का नतीजा हो सकती है।
बदले की आशंका
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि विक्रम गिरी के समर्थकों ने शायद बदला लेने के लिए यह साजिश रची हो। हालांकि पुलिस फिलहाल इसे एक एंगल मानकर जांच आगे बढ़ा रही है। पुलिस यह पता करने में जुटी है कि हत्या के पीछे व्यक्तिगत रंजिश है या किसी बड़े आपराधिक गिरोह की संलिप्तता।
राजनीतिक पहलू
चूंकि मनोरंजन गिरी पंचायत के मुखिया थे, इसलिए इस हत्या का राजनीतिक असर भी सामने आ सकता है। अपराध की इस घटना ने पंचायत राजनीति की उस सच्चाई को उजागर कर दिया है जिसमें सत्ता, वर्चस्व और अपराध आपस में उलझे रहते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत चुनाव के बाद से ही इलाके में अपराध बढ़ा है और नेताओं के बीच टकराव आम हो गया है। इस हत्याकांड ने इन आशंकाओं को और गहरा कर दिया है।
इलाके तनाव का माहौल
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल है। ग्रामीण दहशत में हैं और सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। स्थानीय लोग कह रहे हैं कि अपराधी बेखौफ हैं और जब तक प्रशासन सख्ती से कार्रवाई नहीं करेगा तब तक इस तरह की घटनाएं दोहराई जाती रहेंगी।
पुलिस की चुनौतियां
डीएसपी विवेक कुमार शर्मा ने कहा है कि मामले में जल्द ही अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा। हालांकि, पुलिस के लिए यह बड़ी चुनौती है कि वह जल्दी से जल्दी अभियुक्तों की पहचान करे और उन्हें गिरफ्तार कर न्याय दिलाए। समस्तीपुर में मुखिया मनोरंजन गिरी की हत्या कोई साधारण अपराध नहीं मानी जा रही, बल्कि यह क्षेत्रीय राजनीति, आपसी रंजिश और अपराध की जटिलता को सामने लाती है। एक तरफ यह घटना आम लोगों में भय पैदा कर रही है, वहीं दूसरी तरफ यह सवाल खड़ा कर रही है कि अपराधियों के हौसले इतने बढ़े क्यों हैं। पुलिस पर अब यह जिम्मेदारी है कि वह इस मामले को जल्द सुलझाए और अपराधियों को कानून के शिकंजे में लाए, ताकि लोगों का विश्वास कायम रहे और इलाके में शांति बहाल हो सके।


