November 21, 2025

पटना में नवरात्रि पर अलर्ट मोड पर पुलिस: 7200 पुलिसकर्मी रहेंगे तैनात, सीसीटीवी से होगी निगरानी, सोशल मीडिया पर नजर

पटना। शारदीय नवरात्र को देखते हुए राजधानी पटना पूरी तरह से सुरक्षा घेरे में तब्दील कर दी गई है। त्योहार के दौरान शहर में लाखों की भीड़ उमड़ती है और विभिन्न पंडालों में दर्शन के लिए लोग जुटते हैं। ऐसे में कानून-व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन जाता है। इस बार चुनावी माहौल को भी देखते हुए सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है।
7200 पुलिसकर्मी रहेंगे तैनात
पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने जानकारी दी कि नवरात्र के दौरान शहर में कुल 7200 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इनमें बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस की 5 कंपनियां, रैपिड एक्शन फोर्स की 1 कंपनी, सीआरपीएफ की 1 कंपनी और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 16 कंपनियां शामिल हैं। इसके अलावा शहर में 2200 स्थानीय पुलिसकर्मी भी ड्यूटी पर रहेंगे। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सुरक्षा के इतने बड़े पैमाने पर इंतजाम यह सुनिश्चित करने के लिए हैं कि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को पहले ही टाला जा सके।
संवेदनशील इलाकों में गश्त
राजधानी के उन इलाकों को चिह्नित किया गया है जहां पहले भीड़भाड़, विवाद या सुरक्षा संबंधी समस्या देखी गई थी। ऐसे क्षेत्रों में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है और जवान चौक-चौराहों पर 24 घंटे सक्रिय रहेंगे। सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि वे रात-दिन इलाके का निरीक्षण करें और अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई करें। पुलिस ने लोगों से भी अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि या वस्तु दिखाई देने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें।
तकनीक से निगरानी
भीड़भाड़ वाली जगहों और बड़े पंडालों की निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरों से शहर के मुख्य मार्गों, महत्वपूर्ण मंदिरों और पंडालों पर निगरानी रखी जाएगी। पुलिस कंट्रोल रूम को स्थाई और अस्थाई दोनों स्तरों पर मजबूत किया गया है। वहां से हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत जवानों को भेजा जाएगा।
सोशल मीडिया पर भी नजर
पुलिस केवल सड़कों पर ही नहीं, बल्कि सोशल मीडिया पर भी अलर्ट मोड में है। एसएसपी ने बताया कि कई बार अफवाहें और गलत सूचनाएं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तेजी से फैलती हैं, जिससे अफरातफरी का माहौल बनता है। इसीलिए टीम बनाई गई है जो 24 घंटे सोशल मीडिया पर नजर रखेगी। यदि कोई व्यक्ति समाज में तनाव फैलाने वाली या अफवाह संबंधी पोस्ट करता है, तो उसके खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कानून-व्यवस्था पर फोकस
बिहार में इस समय चुनाव की तैयारियां भी चल रही हैं। ऐसे में प्रशासन का जोर केवल नवरात्र की सुरक्षा पर ही नहीं, बल्कि समग्र कानून-व्यवस्था को बनाए रखने पर भी है। चुनावी रैलियों और धार्मिक आयोजनों के टकराने की संभावना को देखते हुए पुलिस को और सतर्क किया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसी भी सूचना पर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
भीड़ प्रबंधन की योजना
नवरात्रि में बड़ी संख्या में लोग मंदिरों और पंडालों में दर्शन करने जाते हैं। इसके मद्देनजर विशेष यातायात व्यवस्था की गई है। रूट डायवर्जन प्लान तैयार किया गया है ताकि मुख्य सड़कों पर जाम जैसी स्थिति न बने। पुलिस जवानों को अलग-अलग शिफ्ट में तैनात किया जाएगा ताकि लगातार निगरानी बनी रहे। साथ ही महिला पुलिसकर्मियों की भी तैनाती होगी ताकि महिलाएं सुरक्षित महसूस करें।
लोगों से अपील
एसएसपी ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें और पुलिस प्रशासन को सहयोग करें। उन्होंने आश्वासन दिया कि शहर में सुरक्षा के इंतजाम इतने मजबूत हैं कि कोई भी व्यक्ति बिना डर-भय के अपने परिवार के साथ पूजा-अर्चना कर सकता है। नवरात्रि के दौरान पटना में सुरक्षा व्यवस्था अभूतपूर्व स्तर पर की गई है। कुल 7200 जवानों की तैनाती, ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी और सोशल मीडिया पर पैनी नजर यह दर्शाता है कि प्रशासन किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है। त्योहार के दौरान लोगों से सहयोग और सतर्कता की उम्मीद की जा रही है ताकि राजधानी पटना में नवरात्र शांतिपूर्ण और सुरक्षित ढंग से संपन्न हो सके।

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