चुनाव के बाद विधायक चुनेंगे सीएम का चेहरा, किसी भी हालत में समझौता नहीं करेगी कांग्रेस: पप्पू यादव
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। महागठबंधन और एनडीए के बीच सीधी टक्कर की स्थिति बनती दिख रही है। हालांकि, इस चुनाव में महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा, यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है। राजद कार्यकर्ताओं का मानना है कि तेजस्वी यादव को सीएम फेस घोषित किया जाना चाहिए, लेकिन महागठबंधन के अन्य घटक दल इस पर अब तक औपचारिक सहमति नहीं जता पाए हैं।
पप्पू यादव का बड़ा बयान
इसी बीच कांग्रेस नेता और पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने एक अहम बयान देकर चर्चा को और गर्मा दिया है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन चुनाव से पहले मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं करेगा। पप्पू यादव के अनुसार, यह फैसला चुनाव के बाद चुने गए विधायक करेंगे। यानी जनता पहले विधायकों का चयन करेगी और वही विधायक मुख्यमंत्री का चयन करेंगे।
कांग्रेस के सम्मान पर समझौता नहीं
पप्पू यादव ने स्पष्ट कहा कि कांग्रेस अपने सम्मान पर किसी भी परिस्थिति में समझौता नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पार्टी के सम्मान को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। महागठबंधन में कांग्रेस की भूमिका को नजरअंदाज करने की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का मुद्दा इस समय चर्चा का विषय नहीं है, बल्कि असली मुद्दा जनता से जुड़े सवाल हैं।
एनडीए पर साधा निशाना
अपने बयान में पप्पू यादव ने एनडीए को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि जब उनसे पूछा जाता है कि महागठबंधन का सीएम फेस कौन होगा, तो यह सवाल एनडीए से भी पूछा जाना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि खुद अमित शाह कई बार कह चुके हैं कि वे चुनाव नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़ेंगे, लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा बाद में तय करेंगे। इस तर्क को सामने रखते हुए पप्पू यादव ने कहा कि विपक्ष को लेकर अनावश्यक सवाल उठाने की बजाय जनता के मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए।
प्रियंका गांधी की रैली का ऐलान
पप्पू यादव ने प्रेस वार्ता में यह भी जानकारी दी कि प्रियंका गांधी 26 सितंबर को मोतिहारी के गांधी मैदान में एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगी। उन्होंने इस रैली को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह एनडीए सरकार के खिलाफ जनता के असंतोष को जन आंदोलन में बदलने का काम करेगी। पप्पू यादव ने कहा कि प्रियंका गांधी युवाओं और बेटियों के हक की जोरदार आवाज उठाएंगी।
लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा का संदेश
सांसद ने प्रियंका गांधी की रैली को संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए बड़ी क्रांति का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन केवल एक दिन की रैली तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि 2025 से 2029 तक देश को बचाने का अभियान बनेगा। पप्पू यादव के अनुसार, इस दौरान जनता के हक, रोजगार, शिक्षा और महिलाओं की सुरक्षा जैसे सवालों पर जोरदार तरीके से आवाज उठाई जाएगी।
जनता से सीधा संवाद
पप्पू यादव ने दावा किया कि आने वाले चुनावों में जनता सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि जनता जिन विधायकों को चुनकर विधानसभा भेजेगी, वही आगे मुख्यमंत्री का चयन करेंगे। इस तरह महागठबंधन जनता की राय को सर्वोच्च मानकर ही अपना नेता तय करेगा। कुल मिलाकर, पप्पू यादव के इस बयान से साफ है कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर अभी स्थिति धुंधली बनी हुई है। हालांकि, कांग्रेस ने यह संकेत दे दिया है कि वह अपने सम्मान से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेगी। प्रियंका गांधी की मोतिहारी रैली को जहां विपक्ष के लिए एकजुटता का संदेश माना जा रहा है, वहीं जनता को यह संदेश भी देने की कोशिश है कि चुनाव केवल चेहरों का नहीं, बल्कि मुद्दों का होना चाहिए। अब देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव के बाद महागठबंधन विधायक किसे अपना नेता चुनते हैं और बिहार की राजनीति किस दिशा में जाती है।


