November 18, 2025

कोलकाता में मूसलाधार बारिश से अलर्ट, सड़कों में तीन फीट तक पानी, करंट से तीन की मौत

कोलकाता। कोलकाता में सोमवार रात से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने पूरे शहर को अस्त-व्यस्त कर दिया है। राजधानी के अधिकांश इलाकों में पानी भर गया है, जिससे लोगों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई जगह सड़कें और गलियां तीन फीट तक डूब गईं, घरों में पानी चला गया और परिवहन व्यवस्था लगभग ठप हो गई। इसी बीच बारिश से जुड़ी घटनाओं में करंट लगने से तीन लोगों की मौत हो जाने की भी खबर है।
करंट लगने से तीन की मौत
कोलकाता पुलिस के अनुसार, मंगलवार सुबह लगभग 5:15 बजे एक व्यक्ति हुसैन शाह रोड पर करंट की चपेट में आ गया। परिजन और राहगीरों की मदद से उसे तुरंत एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसी तरह दो अन्य लोगों की भी बारिश के दौरान करंट लगने से मौत हो गई, जिससे पूरे शहर में शोक और चिंता का माहौल है। लोग प्रशासन से सवाल कर रहे हैं कि आखिर बारिश के समय बिजली आपूर्ति के इंतजाम इतने कमजोर क्यों हैं।
रिकॉर्ड स्तर की बारिश
नगर निगम के आंकड़ों के अनुसार, दक्षिण कोलकाता के गरिया कमदहारी इलाके में सबसे ज्यादा 332 मिमी बारिश केवल कुछ घंटों में दर्ज की गई। इसके अलावा जोधपुर पार्क में 285 मिमी, कालीघाट में 280 मिमी, टॉपसिया में 275 मिमी और बालीगंज में 264 मिमी वर्षा हुई। उत्तरी कोलकाता का थांटनिया इलाका भी बाढ़ जैसे हालात से जूझता रहा, जहां 195 मिमी बारिश दर्ज की गई।
शहर में जलजमाव और यातायात ठप
लगातार बारिश के कारण कोलकाता की सड़कों पर भारी जलजमाव हो गया। कई इलाकों में तीन फीट तक पानी भर गया, जिससे गाड़ियां डूबने लगीं और यातायात पूरी तरह रुक गया। दफ्तर जाने वालों को भारी परेशानी उठानी पड़ी क्योंकि सार्वजनिक परिवहन सेवाएं भी बाधित रहीं। कई जगह बसें और टैक्सियां पानी में फंस गईं, जबकि ऑटो सेवाएं लगभग बंद रहीं।
रेलवे और मेट्रो सेवाओं पर असर
बारिश का सबसे गहरा असर रेलवे और मेट्रो सेवाओं पर पड़ा। पटरियों पर पानी भरने से सियालदाह के दक्षिणी सेक्शन में सभी ट्रेन सेवाएं रोक दी गईं। हावड़ा और कोलकाता के बीच चलने वाली कई ट्रेनों के संचालन में भी दिक्कतें आईं। वहीं, मेट्रो रेलवे प्रवक्ता ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए शहीद खुदीराम और मैदान स्टेशनों से मेट्रो सेवा बंद कर दी गई है। सिर्फ दक्षिणेश्वर से मैदान स्टेशन के बीच कुछ हिस्सों में ही ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इस वजह से यात्रियों की भीड़ और असुविधा बढ़ गई।
स्कूलों की छुट्टी और दफ्तरों की दिक्कत
बारिश और जलजमाव की वजह से कुछ स्कूलों ने छुट्टी का ऐलान कर दिया। वहीं, दफ्तरों और निजी कंपनियों में जाने वाले कर्मचारी वाहनों की कमी और ट्रैफिक जाम में घंटों फंसे रहे।
मौसम विभाग का अलर्ट
भारत के मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने चेतावनी दी है कि बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व हिस्से में बना कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। इससे आने वाले दिनों में दक्षिण बंगाल के कई जिलों में और बारिश हो सकती है। विशेष रूप से पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना, झाड़ग्राम और बांकुरा जिलों में बुधवार तक भारी से अति भारी वर्षा की संभावना है। इसके अलावा 25 सितंबर के आसपास खाड़ी में एक और नया कम दबाव बनने की संभावना है, जिससे भारी बारिश का सिलसिला और लंबा खिंच सकता है।
लोगों की परेशानी
बारिश ने कोलकाता वासियों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। घरों और आवासीय परिसरों में पानी घुस गया है, लोग जरूरी सामान और भोजन तक के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कई जगह बिजली काट दी गई है ताकि किसी और को करंट का शिकार न होना पड़े। दूसरी ओर, जलजमाव और यातायात बाधित होने के कारण मरीजों और आपातकालीन सेवाओं को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एंबुलेंस तक सड़कों पर घंटों फंसी रहीं।
प्रशासन की चुनौतियां
बारिश और उसके बाद उत्पन्न स्थिति ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। नगर निगम और राहत एजेंसियों की टीमें लगातार पानी निकासी और यातायात बहाल करने में जुटी हैं, लेकिन भारी बारिश और नए कम दबाव का खतरा स्थिति को और बिगाड़ सकता है। कोलकाता की यह स्थिति बताती है कि भारी बारिश का सामना करने के लिए शहर का इन्फ्रास्ट्रक्चर अभी भी कमजोर है। रिकॉर्ड तोड़ बारिश ने आम लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं और तीन लोगों की मौत ने प्रशासन को और अधिक चौकस होने की चेतावनी दी है। आगामी दिनों में भारी बारिश की संभावना के बीच सबसे बड़ी प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और जलजमाव से राहत दिलाना होगा।

You may have missed