प्रदेश में फिर एक्टिव हुआ मानसून, कई जिलों में वज्रपात के साथ वर्ष का अलर्ट, पटना में होगी झमाझम बारिश
पटना। बिहार में सितंबर के तीसरे सप्ताह में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। शुक्रवार को राज्य के कई हिस्सों में जमकर बरसात हुई और शनिवार को भी मौसम विभाग ने भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। पटना, मुजफ्फरपुर, वैशाली, चंपारण, सुपौल और अररिया समेत 24 जिलों में शनिवार को जमकर बारिश होने की संभावना जताई गई है। सुबह से ही अधिकतर इलाकों में आसमान पर काले बादलों का डेरा है और कई जगह हल्की से मध्यम बारिश भी दर्ज की गई।
बारिश के साथ बिजली गिरने का अलर्ट
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार मानसून का असर केवल बारिश तक सीमित नहीं रहेगा। गरज-तड़क के साथ बिजली गिरने की भी संभावना है। यही कारण है कि लोगों को घर से बाहर निकलते समय सतर्क रहने की सलाह दी गई है। बिहार में हर साल वज्रपात के कारण लोगों की जान जाती है, इसलिए प्रशासन और मौसम विभाग ने पहले से चेतावनी दी है कि लोग बारिश और खराब मौसम के दौरान पेड़ या बिजली के खंभों के नीचे खड़े न हों।
पटना में झमाझम बारिश
राजधानी पटना में शुक्रवार को पूरे दिन रुक-रुक कर बारिश होती रही। कई मोहल्लों और सड़कें पानी में डूब गईं। गरज-तड़क के साथ करीब 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चली। पटना के ज्यादातर प्रखंडों में दोपहर और शाम तक लगातार पानी गिरता रहा, जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग ने शनिवार को भी पटना में घने बादल छाए रहने और एक-दो स्थानों पर बारिश होने की संभावना जताई है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
दिलचस्प तथ्य यह है कि शुक्रवार को हुई भारी बारिश के बावजूद राजधानी पटना के तापमान में विशेष गिरावट नहीं आई। अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.1 डिग्री अधिक था। वहीं न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जिसमें 0.9 डिग्री की बढ़ोतरी देखी गई। हालांकि मौसम विभाग का अनुमान है कि लगातार बरसात होने पर अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की जा सकती है।
प्रभावित जिलों की सूची
मौसम विभाग ने 20 से 24 सितंबर तक राज्य के विभिन्न जिलों के लिए पूर्वानुमान जारी किया है। इसके अनुसार 20 सितंबर को सुपौल, अररिया, खगड़िया, बेगूसराय, लखीसराय और किशनगंज में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। 23 सितंबर को पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, बांका और भागलपुर में जोरदार बारिश की संभावना है। इसके अलावा 24 सितंबर को राजधानी पटना के साथ नवादा, खगड़िया, बांका और जमुई में भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। दक्षिण बिहार के जिलों में छिटपुट बारिश होने के आसार जताए गए हैं, जबकि उत्तर बिहार और सीमावर्ती जिलों में ज्यादा प्रभाव देखने को मिलेगा।
जलजमाव और स्थानीय परेशानी
पटना और अन्य शहरी इलाकों में अचानक आई झमाझम बारिश ने जलजमाव की समस्या खड़ी कर दी। कई मोहल्लों की सड़कें और गलियां बारिश के पानी से भर गईं। लोगों को अपने घरों से निकलने में दिक्कत हुई, वहीं वाहन चालकों को भी जाम और पानी भरी सड़कों से गुजरने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई जगह खेतों में पानी भर गया, जिससे किसानों की फसल को नुकसान पहुंचने का खतरा है।
प्रशासन की अपील और सजगता
वज्रपात के खतरे को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे खराब मौसम में खुले स्थानों पर जाने से बचें। विशेषकर खेतों में काम कर रहे किसानों और बच्चों को सावधान रहने की सलाह दी गई है। इसके अलावा बिजली गिरने की आशंका वाले समय में मोबाइल फोन या अन्य बिजली उपकरण का इस्तेमाल खुले में न करने की अपील की गई है।
मानसून के सक्रिय होने का असर
मानसून के दोबारा सक्रिय होने से किसानों को कुछ राहत की उम्मीद भी जगी है। सूखे जैसी स्थिति का सामना कर रहे कई जिलों में अब अच्छी बारिश की संभावना है, जिससे धान और अन्य खरीफ फसलों को फायदा होगा। हालांकि अत्यधिक बारिश से जलजमाव और बाढ़ का खतरा भी बना हुआ है, इसलिए प्रशासन ने स्थिति पर कड़ी नजर रखी है।
मौसम विभाग का अनुमान
मौसम विभाग ने साफ कहा है कि अगले कुछ दिनों तक बिहार में बारिश का यह सिलसिला जारी रहेगा। लगातार बारिश होने से तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी और मौसम खुशनुमा होगा। हालांकि वज्रपात से बचाव लोगों के लिए सबसे जरूरी कदम है। विभाग ने अपने अलर्ट में चेताया है कि अगले चार दिनों तक राज्य के उत्तर और सीमावर्ती जिलों में मध्यम से भारी बारिश और दक्षिण बिहार में हल्की से मध्यम वर्षा होती रहेगी। बिहार में मानसून के दोबारा सक्रिय होने से पूरे राज्य में बरसात का माहौल बन गया है। पटना समेत कई जिलों में झमाझम बारिश हुई और आने वाले दिनों में और तेज बारिश का अनुमान है। जहां किसानों को इस बारिश से राहत मिलेगी, वहीं जलजमाव और वज्रपात जैसी समस्या लोगों के लिए परेशानी का कारण भी बन सकती है। प्रशासन और मौसम विभाग की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए लोगों को सतर्क और सावधान रहना होगा, ताकि नुकसान से बचा जा सके।


