गया के फल्गु नदी पर रेड अलर्ट जारी, दो दिनों तक निगरानी, पितृपक्ष के श्रद्धालुओं को किया गया सावधान

गया। गया जिले में चल रहे पितृपक्ष मेले के बीच श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। झारखंड में लगातार हो रही भारी बारिश का असर गया की फल्गु नदी पर साफ दिखाई दे रहा है। जल संसाधन विभाग, पटना ने स्थिति को गंभीर मानते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। यह अलर्ट अगले दो दिनों तक लागू रहेगा और इस दौरान नदी की हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी जाएगी।
प्रशासन की सख्त निगरानी
डीएम शशांक शुभंकर ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि नदी और उसके आस-पास की स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जाए। सभी अनुमंडल और प्रखंड स्तर के अधिकारियों को चौकस रहने का आदेश दिया गया है। जिला प्रशासन का कहना है कि संभावित खतरे वाले स्थानों पर पहले से नजर रखी जा रही है और सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
रबर डैम पर विशेष सतर्कता
फल्गु नदी के किनारे बने रबर डैम में पहले से ही पानी का स्तर अधिक है। यही कारण है कि प्रशासन ने यहां बैरिकेडिंग की है ताकि श्रद्धालु गलती से गहरे पानी की ओर न बढ़ें। इस दौरान श्रद्धालुओं को केवल सुरक्षित हिस्सों तक ही जाने की अनुमति दी गई है। प्रशासन का कहना है कि किसी भी स्थिति में श्रद्धालुओं को खतरे में नहीं पड़ने दिया जाएगा।
झारखंड से आने वाला पानी बना चिंता का कारण
झारखंड में हुई भारी बारिश से वहां की नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। ये नदियां सीधे फल्गु नदी में पानी छोड़ती हैं, जिससे अचानक जलस्तर बढ़ने का खतरा मंडरा रहा है। इसी वजह से जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर पहले ही अलर्ट जारी किया है। स्थिति को देखते हुए एसडीआरएफ की टीमों को सतर्क कर दिया गया है और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त बल भी तैनात किया जाएगा।
चौबीसों घंटे निगरानी की व्यवस्था
डीएम ने कहा है कि दिन और रात दोनों समय नदी पर नजर रखी जाएगी। इसके लिए जल संसाधन विभाग और पुलिस बल को भी मुस्तैद कर दिया गया है। यदि जलस्तर और बढ़ता है तो बैरिकेडिंग को और मजबूत किया जाएगा और वैकल्पिक व्यवस्था भी लागू की जाएगी। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि नदी का जलस्तर बढ़ते ही तुरंत मुख्यालय को सूचना दी जाए ताकि समय रहते कदम उठाए जा सकें।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि
पितृपक्ष के अवसर पर गया की फल्गु नदी में हजारों श्रद्धालु पिंडदान और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए आते हैं। इस दौरान उनकी सुरक्षा प्रशासन की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। डीएम ने स्पष्ट किया है कि श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी और प्रशासन पूरी तरह उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर है। सुरक्षा बलों की मौजूदगी से श्रद्धालुओं में भी भरोसा कायम हुआ है।
अपील और चेतावनी
जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे केवल उसी हिस्से तक जाएं जहां तक प्रशासन ने अनुमति दी है। गहरे पानी या बैरिकेडिंग के पार जाने की कोशिश न करें। किसी भी तरह की लापरवाही से बड़ी दुर्घटना हो सकती है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं को आश्वस्त किया है कि सभी धार्मिक अनुष्ठान सुरक्षित तरीके से पूरे होंगे और उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। गया की फल्गु नदी पर जारी रेड अलर्ट श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर उठाया गया अहम कदम है। झारखंड से आने वाले पानी के कारण नदी का जलस्तर अचानक बढ़ सकता है, जिसे रोकना संभव नहीं है, लेकिन प्रशासन ने पहले से ही सतर्कता बरतकर संभावित खतरे को कम करने की कोशिश की है। बैरिकेडिंग, पुलिस बल की तैनाती और एसडीआरएफ की मौजूदगी से श्रद्धालुओं को सुरक्षित माहौल देने की तैयारी पूरी है। यह कदम इस बात का उदाहरण है कि प्रशासन पितृपक्ष जैसे बड़े धार्मिक आयोजन में सुरक्षा को लेकर कितना गंभीर और जिम्मेदार है।
