September 16, 2025

पटना साहिब गुरुद्वारा के गेस्ट हाउस से चार पंजाबी युवक गिरफ्तार, हथियार और जिंदा कारतूस बरामद

पटना। पटना साहिब स्थित तख्त श्री हरमंदिर साहिब गुरुद्वारा, जो सिखों का एक प्रमुख और पवित्र धार्मिक स्थल है, वहां बड़ी कार्रवाई की गई। पुलिस ने गुरुद्वारा के गेस्ट हाउस, जिसे जोहरी निवास कहा जाता है, में छापेमारी की और चार पंजाबी युवकों को हिरासत में लिया। पुलिस को यहां से विदेशी निर्मित पिस्तौल, मैगजीन और खाली कारतूस बरामद हुए। इस घटना ने न केवल श्रद्धालुओं को हिला दिया बल्कि सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
हथियार बरामद और गिरफ्तार युवक
छापेमारी के दौरान पुलिस ने कमरा नंबर 305 और 306 से तीन विदेशी पिस्तौल, पांच खाली कारतूस और मैगजीन जब्त किए। जिन युवकों को पकड़ा गया उनके नाम जसकरण सिंह, सरदार विजय सिंह, सरदार मणि सिंह और अमन सिंह बताए गए हैं। पुलिस की प्राथमिक जांच में पता चला है कि ये सभी युवक पंजाब के रहने वाले हैं और चढ़ती कला/जनहित चैनल से जुड़े हुए हैं। खास बात यह है कि यही चैनल लंबे समय से गुरुद्वारा के धार्मिक कार्यक्रमों का प्रसारण करता आ रहा है।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
गुरुद्वारा पटना साहिब में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहते हैं। यहां प्रवेश के लिए मेटल डिटेक्टर से जांच अनिवार्य है। ऐसे में यह बड़ा सवाल खड़ा होता है कि हथियार लेकर ये युवक गेस्ट हाउस तक कैसे पहुंचे। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि उनके पास खाली कारतूस कैसे पहुंचे और इनका इस्तेमाल किस उद्देश्य से किया जाना था। घटना के बाद प्रबंधन और पुलिस प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं।
हाल की धमकियां और पुरानी घटनाएं
यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब कुछ दिन पहले गुरुद्वारा प्रबंधन को ईमेल के जरिए आरडीएक्स से उड़ाने की धमकी मिली थी। उस समय पुलिस ने पूरे गुरुद्वारा परिसर की बम निरोधक दस्ते से जांच कराई थी। इसके अलावा करीब चार साल पहले तख्त श्री हरमंदिर साहिब के हेड ग्रंथी राजेंद्र सिंह की हत्या हुई थी, जिसका मामला आज तक अनसुलझा है। इन घटनाओं के कारण गुरुद्वारा की सुरक्षा को लेकर पहले ही चिंताएं बनी हुई थीं और अब हथियार बरामद होने से हालात और गंभीर हो गए हैं।
गुरुद्वारा की महत्ता
तख्त श्री हरमंदिर साहिब पटना साहिब न केवल बिहार बल्कि पूरे देश और विदेश में सिख समुदाय के लिए सबसे महत्वपूर्ण धर्मस्थलों में गिना जाता है। यहां हर साल गुरु पर्व और अन्य धार्मिक आयोजनों पर हजारों-लाखों श्रद्धालु जुटते हैं। इसके अलावा राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री और कई राज्यों के मुख्यमंत्री समय-समय पर यहां आते रहे हैं। ऐसे वीआईपी और श्रद्धालुओं की आवाजाही वाले स्थल पर हथियारों का मिलना सुरक्षा एजेंसियों के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
पटना सिटी पुलिस ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई की। सीनियर एसपी कार्तिकेय शर्मा ने पुष्टि की कि गिरफ्तार युवकों में जसकरण प्रीत सिंह नामक युवक पंजाब का रहने वाला है और वह हथियार तस्करी से जुड़ा हुआ है। उसके बैग से हथियार बरामद हुए हैं। अन्य तीन युवकों की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है और पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। यदि जांच में उनकी संलिप्तता साबित होती है तो उन पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रबंधन की प्रतिक्रिया
गुरुद्वारा प्रबंधन ने इस मामले पर प्रत्यक्ष रूप से कोई विस्तृत बयान नहीं दिया। महासचिव इंद्रजीत सिंह ने टिप्पणी करने से बचते हुए प्रवक्ता जौहर साहब से बात करने की सलाह दी। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि प्रबंधन भी इस घटना से हैरान है और आंतरिक स्तर पर जांच कर रहा है। चूंकि पकड़े गए युवक गुरुद्वारा से जुड़े चैनल के सदस्य बताए जा रहे हैं, इसलिए यह मामला और भी जटिल हो गया है।
श्रद्धालुओं की चिंता
इस घटना के बाद श्रद्धालुओं के बीच दहशत का माहौल है। लोग यह सोचकर चिंतित हैं कि जब गुरुद्वारा जैसी सुरक्षित जगह पर इस तरह हथियार पहुंच सकते हैं तो आम स्थानों की सुरक्षा कितनी कमजोर होगी। श्रद्धालुओं का मानना है कि पुलिस और प्रशासन को न केवल आरोपियों को सजा दिलानी चाहिए, बल्कि गुरुद्वारा की सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करना चाहिए। पटना साहिब गुरुद्वारा के गेस्ट हाउस से हथियारों की बरामदगी और चार युवकों की गिरफ्तारी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। यह मामला केवल कानून और व्यवस्था से जुड़ा नहीं है, बल्कि एक धार्मिक स्थल की गरिमा और सुरक्षा से भी सीधा जुड़ा है। पुलिस फिलहाल जांच में जुटी है और आरोपियों से पूछताछ कर रही है। लेकिन यह घटना इस बात की चेतावनी है कि संवेदनशील स्थलों पर सुरक्षा की चूक किसी बड़े खतरे को जन्म दे सकती है। आने वाले दिनों में इस जांच के नतीजे यह तय करेंगे कि यह महज एक तस्करी का मामला है या फिर इसके पीछे कोई बड़ी साजिश छिपी हुई है।

You may have missed