खनन विभाग का तूफानी कारनामा-डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा हैं मंत्री,मात्र 3 सेकंड में 285 चालान,रिपीट दर रिपीट,करोड़ों के बिग स्कैम की ओर इशारा

>> प्रदेश के बाहर के ट्रकों का जमकर हुआ इस्तेमाल, आसाम , नागालैंड, यूपी, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात के ट्रकों से बड़े पैमाने पर किया गया बालू स्टॉक,नियमों के विरुद्ध जीपीएस और न सीसीटीवी कैमरे,बड़ा खेला

>> प्रदेश के बाहर के दिन ट्रैकों के नाम पर काटे गए चालान उन्होंने नहीं जमा किया स्टेट परमिट टैक्स जांच हो गया तो खुल जाएगी सारी पोल
पटना।(बन बिहारी)बिहार में भ्रष्टाचार चरमोत्कर्ष पर है।इस बात पर सत्ताधारी जमात को छोड़कर शायद ही किसी को शक-सुबहा हो।कई विभागों में बड़े पैमाने पर भारी वित्तीय अनियमितता के मामले सामने आते रहे हैं। यहां तक की महालेखाकार के रिपोर्ट में भी लगभग 70 हजार करोड़ के वित्तीय लेखा-जोखा के अन उपलब्धता के सवाल सरकार के समक्ष खड़े हो चुके हैं।फिलहाल उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के खनन एवं भूतत्व विभाग से जुड़ा बड़ा कारनामा प्रकाश में आया है।खनन विभाग में सैकड़ो करोड़ के राजस्व की क्षति होती रही है।मगर सरकार उसे रोकने के बजाय कागजी कार्रवाई का दिखावा करते रही है। अवैध खनन तथा भंडारण के बदौलत प्रतिवर्ष सैकड़ो करोड़ के राजस्व की क्षति होती है।मगर तत्काल जो मामला प्रकाश में आया है।उसने अपने आप खनन विभाग को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है। पटना तथा अरवल के बालू घाट संचालकों तथा खनन पदाधिकारी का जो कारनामा है।वह हैरत अंगेज है।खनन विभाग ने महज 3 सेकंड में 285 ट्रकों का बालू चालान काट दिया है।जो कि अपने आप में किसी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से कम नहीं है।विभाग तथा घाट संचालक कंपनियों के पास मौजूद संसाधन के मुताबिक यह संभव ही नहीं है कि महज 4 सेकंड के अंतराल में 285 ट्रकों का चालान काट दिया जाए।फिर भी यह कारनामा कर दिखाया गया है। यहां तक कि जिन ट्रैकों के चालान काटे गए हैं उसमें 80% तक बिहार के बाहर है जिनमें से आसाम,नागालैंड,यूपी, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात के ट्रक ज्यादा है।यह अपने आप में विभाग तथा राज्य सरकार के संपदा की बड़े पैमाने पर लूट मतलब बिग स्कैम की ओर इशारा कर रहा है।अगर जांच तो हो तो सारी सच्चाई सामने आएगी।यह कारनामा एक उदाहरण बस है।ऐसे कारनामें लगातार प्रतिदिन कई बालू स्टॉक लाइसेंस धारी के द्वारा रिपीट दर रिपीट किया जा रहा है।खनन विभाग के पास पूरा ब्यौरा उपलब्ध है।मगर इस और किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। या यह सब विभागीय मिली भगत से हो रहा है यह कहना भी मुश्किल है। खनन विभाग के मंत्री डिप्टी सीएम विजय कुमार सिंह है इसलिए भी यह मसला बेहद संवेदनशील से माना जा रहा है।डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कई मौके पर खनन विभाग में व्याप्त माफिया गिरी के खिलाफ कड़े बयान दिए हैं। मगर इसके बावजूद विभाग के जो कारनामे सामने आ रहे हैं।उससे शायद ही मंत्री जी अनजान हों?
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक अरवल के बालू स्टॉक लाइसेंसधारी पिन्टू कुमार – 0209290302 के स्टॉक का खनन विभाग द्वारा अधिकृत एनआईसी पोर्टल का निरीक्षण किया तो पाया की लाइसेंस 19/03/2025 से 31/12/2029 तक का है।प्रारंभिक जांच में पाया गया की दिनांक 01 अप्रैल 2025 समय – सुबह 9 बजकर 03 सेकंड से 01 अप्रैल 2025 समय सुबह 9 बजकर 4 सेकेंड , यानी 01 सेकेंड में 49 ट्रकों के बालू चालान काटे गये है । दिनांक – 02 अप्रैल 2025 समय सुबह 09 बजकर 08 सेकेंड से 02 अप्रैल 2025 सुबह 09 बजकर 11 सेकेंड, यानी मात्र 03 सेकेंड में 286 ट्रकों के बालू चालान काट दिया । इसी तरह दिनांक 03 अप्रैल 2025 समय सुबह 09 बजकर 07 सेकेंड से 03 अप्रैल 2025 सुबह 9 बजकर 08 सेकेंड , यानी कि मात्र 1 सेकेंड में 221 बालू ट्रकों का चालान काटकर कीर्तिमान स्थापित किया गया। दिनांक 04 अप्रैल 2025 समय सुबह 09 बजकर 05 सेकेंड से 04 अप्रैल 2025 समय सुबह 09 बजकर 10 सेकेंड, यानी 05 सेकेंड में 256 बालू ट्रकों का चालान काट दिया । जो खनन विभाग के पोर्टल पर स्पष्ट रूप से दिख रहा है । चालान पर लिखा हुआ हैं रिसिवड बाइ स्टॉकिस्ट । बालू स्टॉक के लिए बड़े पैमाने पर आसाम और यूपी के ट्रकों का इस्तेमाल किया गया है , चालान पर गाड़ी नंबर अंकित है । 5 दिनों में 1091 ट्रकों का चालान काटा गया, इसमें मात्र 02-05 % बिहार की गाड़ियाँ है , सभी गाडियां बिहार से बाहर दूसरे राज्यों की है ।
अरवल के ही दूसरे बालू स्टॉक लाइसेंसधारी राणा उदय प्रताप सिंह-
0217680301 का पोर्टल पर अंकित बालू स्टॉक का निरीक्षण किया तो चौंकाने वाला मामला उजागर हुआ।दिनांक 23 अप्रैल 2025 समय सुबह 09 बजकर 03 सेकेंड से 23 अप्रैल 2025 समय सुबह 09 बजकर 08 सेकेंड, यानी मात्र 05 सेकेंड में 162 ट्रकों के बालू चालान काट दिया गया । इसमें नागालैंड, तमिलनाडु, यूपी , हिमाचल प्रदेश, पंजाब , गुजरात , हरियाणा के ट्रकों का इस्तेमाल किया गया है।इसमें बिहार के ट्रक मात्र 4-6 से रहें है । लाइसेंस नंबर- 0206800301 पर दिनांक 08 जून 2025 से 10 जून 2025 तक बालू स्टॉक किया गया है।वह संदिग्ध है । दूसरे राज्यों, अधिकतर आसाम के ट्रकों से बालू स्टॉक किया गया है । अरवल जिला में बालू स्टॉक के लिए लगभग 35 लाइसेंस तत्कालीन जिला खनन पदाधिकारी द्वारा दिया गया है और सभी बालू स्टॉक लाइसेंस पर कुछ ऐसा ही हुआ है जो तत्कालीन जिला खनन पदाधिकारी के आचरण- व्यवहार पर सवाल खड़ा करता है । सुत्रों की मानें तो तत्कालीन जिला खनन पदाधिकारी और खनन निरीक्षक, दंपत्ति ने बालू माफियाओं से मिलकर लूट की छूट दे रखा था ।
बिहार में सबसे अधिक बालू स्टॉक लाइसेंसधारी पटना जिला में है , पोर्टल पर प्रदर्शित लाइसेंस नंबर क्रमशः 2617680304 , 2629780301 , 0217680301 , 2609290304 , राणा सौरभ के नाम पर – 2623440303 /2623440304 / 2623440305 / 2623440302/ 2614860349/2623440306 / 2623440307 , ( एक व्यक्ति के नाम पर 7 लाइसेंस ) राणा उदय प्रताप सिंह- 2617680304 / 2617680303 राणा राजू प्रताप सिंह- 2616130303 / 2616130303 पर बालू स्टॉक की कहानी भी कुछ ऐसी ही है । एन एच 139 , बिक्रम गोरखडी मोड़ से बिक्रम नगहर व दादूपुर मोड़ तक अभी जो जो बालू रखा हुआ है वह नेशनल हाइवे के सटे हुए है और नियम को ताक पर रखकर तत्कालीन जिला खनन पदाधिकारी ने लाइसेंस दिया है । पटना में अधिकांश बालू स्टॉक लाइसेंसधारियों ने बालू स्टॉक करते समय सीसीटीवी कैमरा नहीं लगाया था, इसके आर में बिना चालान के चोरी का बालू स्टॉक किया और दूसरे जिला का चालान लेकर कागजी कार्रवाई करने का काम किया है । यही कारण है की महज 3 सेकेंड में 286 ट्रकों के बालू चालान काटकर बचने का प्रयास किया गया है। मगर पीला सोने के इस काले खेल में हाथ काले हुए बगैर नहीं रह सकते हैं उड़ती कालिख ही मामले को उजागर कर देती है। इस संबंध में नागालैंड के ट्रक मालिकों से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया की मेरा गाड़ी ( ट्रक ) बिहार में बालू के लिए या बालू कारोबार के लिए कभी नहीं गया है । अब देखना है की खनन विभाग का क्या रूख रहता है। चुनावी माहौल में डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा के विभाग में इस प्रकार के बड़े कारनामे के सामने आने के बाद निगाहें उनके अगले फैसले पर टिक गई है।