पटना में ऑटो और पिकअप की जोरदार टक्कर, युवक की मौके पर मौत, चार की हालत गंभीर

पटना। राजधानी पटना के दीघा थाना क्षेत्र स्थित रामजीचक इलाके में मंगलवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। इस हादसे में ऑटो और पिकअप वाहन की जोरदार टक्कर हो गई। दुर्घटना इतनी गंभीर थी कि ऑटो सवार एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे में मृतक युवक की पहचान सुजीत कुमार के रूप में की गई है, जो ड्यूटी के लिए निकले थे। हादसे के बाद परिजनों ने उन्हें आनन-फानन में रूबन हॉस्पिटल में भर्ती कराया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। यह खबर मिलते ही परिजनों और स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया।
घायलों की स्थिति और आशंका
घायलों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, लेकिन बताया जा रहा है कि उनमें से अधिकतर सिपाही भर्ती के अभ्यर्थी हैं। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है और वे अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। पुलिस द्वारा इनकी खोजबीन की जा रही है ताकि उचित जानकारी जुटाई जा सके।
परिजनों और स्थानीय लोगों का आक्रोश
सुजीत की मौत की खबर के बाद गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने घटनास्थल पर मुख्य सड़क को जाम कर दिया। आक्रोशित लोगों ने सड़क पर आगजनी कर प्रदर्शन किया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। जाम की वजह से कई घंटों तक यातायात प्रभावित रहा और आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
पुलिस की भूमिका और प्रतिक्रिया
हादसे की सूचना मिलने के बाद जब मृतक के परिजन स्थानीय थाने पहुंचे तो उन्हें दीघा थाने से ट्रैफिक थाने भेज दिया गया। परिजनों का आरोप है कि ट्रैफिक थाना पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और कहा कि सुबह में देखा जाएगा। इससे परिजनों की नाराजगी और बढ़ गई। इस पर ट्रैफिक थानेदार ब्रजेश कुमार चौहान ने पुष्टि की कि एक व्यक्ति की मौत की सूचना है और घायल कहां भर्ती हैं, इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है। वहीं दीघा थानेदार संतोष सिंह ने बताया कि घटना के बाद गुस्साए परिजनों को समझा-बुझाकर सड़क से जाम हटवाया गया है।
दुर्घटना का कारण और प्रशासनिक लापरवाही
स्थानीय लोगों और परिजनों का कहना है कि हादसे के पीछे तेज रफ्तार और वाहन चालकों की लापरवाही है। पिकअप वाहन ने लापरवाही से चलते हुए ऑटो को टक्कर मार दी, जिससे यह हादसा हुआ। इसके बाद प्रशासन की ओर से समय पर कोई मदद नहीं मिलने से लोगों का गुस्सा भड़क उठा। यह दुर्घटना न केवल एक व्यक्ति की जान ले गई, बल्कि चार अन्य जिंदगियों को संकट में डाल गई। साथ ही, प्रशासनिक लापरवाही और थानों की गैर-जिम्मेदाराना रवैये ने स्थिति को और बिगाड़ दिया। यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा, ट्रैफिक नियंत्रण और प्रशासनिक तत्परता पर सवाल खड़े करता है। अब जरूरत है कि ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई हो और दोषियों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो।
