September 17, 2025

चिराग का तेजस्वी पर हमला, कहा- जिनमें अकेले लड़ने की हिम्मत नहीं, वे चुनाव बहिष्कार की बात कर रहे

पटना। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने शनिवार को पटना में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और समूचे विपक्ष पर तीखा हमला बोला। चुनाव बहिष्कार की बात करने वाले नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए चिराग ने उन्हें ‘डराने की राजनीति’ करने वाला बताया और कहा कि जिनमें अकेले चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं है, वे चुनाव बहिष्कार की बातें करके जनता को गुमराह कर रहे हैं। पटना पहुंचते ही मीडिया से बातचीत में चिराग पासवान ने राजद और कांग्रेस पर सीधा हमला बोलते हुए कहा, “राजद बिहार की सबसे पुरानी पार्टी है, जो 15 वर्षों तक सत्ता में रही, लेकिन आज उसमें इतनी भी हिम्मत नहीं बची है कि वह बिहार में अकेले चुनाव लड़ सके। कांग्रेस जो देश की सबसे पुरानी पार्टी है, वह भी अकेले मैदान में उतरने का साहस नहीं जुटा पा रही है। फिर ये चुनाव बहिष्कार की बात करते हैं, यह तो हास्यास्पद है। तेजस्वी यादव द्वारा चुनाव आयोग और EVM को लेकर जताए जा रहे अविश्वास पर चिराग ने कहा, “अगर विपक्ष को इतना ही भरोसा नहीं है, तो एक बार सच में चुनाव का बहिष्कार करके दिखाएं। लेकिन सच्चाई यह है कि इनमें वो ताकत ही नहीं है। चुनावी हार का बहाना पहले से ही तैयार किया जा रहा है।” चिराग ने दावा किया कि 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने अकेले दम पर लड़ाई लड़ी थी, वह भी तब जब उनके पिता और मार्गदर्शक रामविलास पासवान का निधन हो गया था। चिराग पासवान ने विपक्ष पर डर फैलाकर वोट बटोरने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय भी विपक्ष ने जनता को डराने की कोशिश की थी। “तब यह कहा गया कि अगर मोदी सरकार फिर सत्ता में आई तो आरक्षण समाप्त कर दिया जाएगा, लोकतंत्र की हत्या हो जाएगी और संविधान खत्म कर दिया जाएगा। अब एक साल हो गया सरकार बने हुए, बताइए कहां आरक्षण खत्म हुआ? कहां लोकतंत्र की हत्या हुई?” चिराग ने सवाल उठाए। उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और SIR जैसे मुद्दों पर भी विपक्ष को घेरा। उन्होंने कहा, “CAA जैसे नागरिकता देने वाले कानून को विपक्ष ने ऐसे प्रचारित किया जैसे यह अधिकार छीनने वाला कानून हो। यही भ्रम अब SIR को लेकर फैलाया जा रहा है। चिराग पासवान ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव से पहले ही हार स्वीकार कर ली गई है। उन्होंने कहा, “विपक्ष जानता है कि जनता का समर्थन उनके साथ नहीं है, इसलिए डर और भ्रम का सहारा लिया जा रहा है। लेकिन जनता अब जागरूक है और इस तरह के हथकंडे काम नहीं आने वाले। अपने आत्मविश्वास और पार्टी की ताकत का उदाहरण देते हुए चिराग ने जोर देकर कहा कि वह 2020 में अकेले लड़े थे और आगे भी अगर जरूरत पड़ी तो अकेले लड़ने का माद्दा रखते हैं। उन्होंने विपक्ष को खुली चुनौती देते हुए कहा, “अगर आपमें हिम्मत है, तो एक बार अकेले लड़ कर दिखाएं चुनाव। गठबंधन के भरोसे राजनीति नहीं चलती, जनता के भरोसे चलती है।चिराग पासवान के इन बयानों से साफ है कि बिहार में आगामी चुनावों को लेकर राजनीतिक गर्मी बढ़ने लगी है। जहां विपक्ष चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहा है, वहीं एनडीए नेता विपक्ष की रणनीति को बचावात्मक और भ्रम फैलाने वाला करार दे रहे हैं। आने वाले दिनों में बिहार की सियासत और भी दिलचस्प मोड़ ले सकती है।

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