November 17, 2025

पीएम के मालदीव दौरे के बाद एनडीए घटक दलों की बैठक, उपराष्ट्रपति का नाम होगा तय, बिहार चुनाव पर बनेगी रणनीति

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मालदीव दौरे से लौटने के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) एक अहम बैठक करने जा रहा है, जिसमें नए उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर निर्णय लिया जाएगा। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए 21 जुलाई को उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे के बाद देश की राजनीति में अचानक हलचल तेज हो गई है और एनडीए नए चेहरे की तलाश में जुट गया है।
बीजेपी के रणनीतिक एजेंडे में चुनावी समीकरण
सूत्रों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी इस बार अपने किसी अनुभवी नेता को उपराष्ट्रपति पद के लिए नामित करना चाहती है। पार्टी की योजना यह भी है कि उम्मीदवार का चयन उन पांच राज्यों को ध्यान में रखकर किया जाए जहां आगामी महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं, जैसे बिहार, असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और केरल। ऐसे में उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार का चयन सिर्फ संवैधानिक पद भरने का निर्णय नहीं रहेगा, बल्कि यह एक राजनीतिक रणनीति भी होगी।
धनखड़ का इस्तीफा और एनडीए की चिंताएं
जगदीप धनखड़ का इस्तीफा एनडीए के लिए एक अप्रत्याशित झटका था। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई बार विपक्ष से तीखी बहसें कीं और कुछ निर्णयों से खुद एनडीए के भीतर भी नाराजगी पैदा हुई। हाल ही में विपक्ष द्वारा प्रायोजित एक प्रस्ताव को स्वीकार करने के बाद स्थिति और बिगड़ गई, जिससे उनके इस्तीफे का रास्ता तैयार हुआ। एनडीए अब इस बार एक ऐसे उम्मीदवार को चुनना चाहता है जिसकी छवि स्थिर, राजनीतिक रूप से परिपक्व और विवादों से दूर हो।
हरिवंश हो सकते हैं एक प्रमुख दावेदार
राज्यसभा के उपसभापति और जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद हरिवंश का नाम संभावित उम्मीदवारों में प्रमुखता से चर्चा में है। वे 2020 से इस पद पर कार्यरत हैं और उनकी छवि सौम्य और संतुलित मानी जाती है। उन्हें केंद्र सरकार का विश्वास प्राप्त है और वे गठबंधन की विचारधारा के साथ सामंजस्य बैठाने वाले नेता माने जाते हैं। हालांकि, भाजपा इस बार अपने ही खेमे से किसी वरिष्ठ नेता को उपराष्ट्रपति बनाकर संगठनात्मक मजबूती को प्राथमिकता देना चाहती है।
निर्वाचक मंडल में एनडीए का बहुमत
उपराष्ट्रपति का चुनाव लोकसभा और राज्यसभा के निर्वाचित तथा नामित सांसदों द्वारा किया जाता है। वर्तमान में कुल 782 सांसदों में से लगभग 425 सांसद एनडीए के समर्थन में हैं। यह बहुमत एनडीए उम्मीदवार की जीत को लगभग सुनिश्चित करता है। इसी वजह से गठबंधन आराम से अपनी पसंद का उम्मीदवार तय कर सकता है और उसे निर्वाचित करवा सकता है।
प्रधानमंत्री की विदेश यात्रा और आगे की प्रक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय मालदीव की आधिकारिक यात्रा पर हैं, जहां उन्होंने राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु से मुलाकात की और कई द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। उनकी वापसी के तुरंत बाद एनडीए की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन को अंतिम रूप दिया जाएगा।
भविष्य की रणनीति और गठबंधन की एकजुटता
एनडीए इस बार किसी भी नए प्रयोग से बचना चाहता है। जगदीप धनखड़ के कार्यकाल से सीख लेते हुए अब वह एक पारंपरिक और संगठन के प्रति निष्ठावान नेता को चुनेगा। सहयोगी दलों की सहमति इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण होगी, ताकि गठबंधन की एकता बनी रहे और आगामी चुनावों में उसका असर भी दिखाई दे। निर्वाचन आयोग द्वारा उपराष्ट्रपति चुनाव की अधिसूचना जारी की जा चुकी है और रिटर्निंग ऑफिसर की नियुक्ति भी हो चुकी है। ऐसे में अगले कुछ दिनों में नाम की आधिकारिक घोषणा होने की संभावना है।

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