फतुहा स्टेशन पर ट्रेन से गिरकर बुजुर्ग की दर्दनाक मौत, घर लौटते समय हादसा, परिजनों में कोहराम

मृतक का फाइल फोटो
पटना। फतुहा रेलवे स्टेशन के समीप एक दुखद घटना ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया। बुधवार की सुबह एक बुजुर्ग व्यक्ति की ट्रेन से गिरकर मौत हो गई। मृतक की पहचान सूर्या मिल, सौदागर कोठी निवासी इंद्रदेव प्रसाद के रूप में हुई है, जो अपने घर लौट रहे थे। यह हादसा उस समय हुआ जब वे पटना से किसी काम से लौट रहे थे।
हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरातफरी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इंद्रदेव प्रसाद ट्रेन से गिरकर रेल ओवरब्रिज के पास पटरी किनारे जा गिरे। हादसा अचानक हुआ और लोगों को जब इसकी जानकारी मिली, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। स्थानीय लोगों ने तुरंत रेलवे पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही फतुहा रेल थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पहचान में हुई परेशानी
शुरुआत में शव की पहचान नहीं हो सकी थी, क्योंकि मृतक के पास पहचान संबंधी कोई कागजात नहीं मिले थे। पुलिस ने पहचान के लिए आसपास के इलाकों में सूचना प्रसारित की और फिर धीरे-धीरे मृतक की पहचान इंद्रदेव प्रसाद के रूप में हुई। उनके परिजनों को सूचना दी गई, जिसके बाद वे फतुहा रेल थाना पहुंचे।
परिजनों में छाया मातम
इंद्रदेव प्रसाद के बेटे अमरनाथ ने जानकारी दी कि उनके पिता पटना से किसी निजी कार्य से लौट रहे थे। इसी दौरान ट्रेन से गिरकर उनकी जान चली गई। जैसे ही यह खबर घर पहुंची, पूरे परिवार में कोहराम मच गया। रेल थाना पहुंचने पर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। मोहल्ले के लोग भी थाने पहुंचे और शोक व्यक्त किया।
पुलिस ने की आवश्यक कानूनी कार्रवाई
फतुहा रेल थाना अध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पंचनामा की प्रक्रिया पूरी की गई है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि मृतक ट्रेन से कैसे गिरा। क्या वह चलती ट्रेन से उतरने की कोशिश कर रहे थे या किसी अन्य कारण से हादसा हुआ, इस पर जांच जारी है।
ट्रेन यात्रा में सुरक्षा के सवाल
इस तरह की घटनाएं रेलवे सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल खड़े करती हैं। अक्सर देखा गया है कि यात्री चलती ट्रेन में चढ़ने-उतरने की कोशिश करते हैं या ट्रेन के गेट पर खड़े रहते हैं, जिससे हादसे की संभावना बढ़ जाती है। बुजुर्ग यात्रियों के लिए यह स्थिति और भी खतरनाक हो जाती है। रेलवे प्रशासन को इस दिशा में विशेष सावधानी और जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है, ताकि ऐसे हादसे रोके जा सकें।
स्थानीय लोगों ने की मांग
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने रेल प्रशासन से मांग की है कि स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया जाए और यात्रियों को जागरूक किया जाए कि चलती ट्रेन से उतरना कितना खतरनाक हो सकता है। साथ ही यह भी मांग की गई है कि स्टेशन पर बुजुर्गों के लिए विशेष सहायता की व्यवस्था की जाए। फतुहा स्टेशन पर हुई यह दुर्घटना एक सामान्य रेल यात्रा को दुखद अंत में बदल देने वाली घटना बन गई। इंद्रदेव प्रसाद की मौत ने उनके परिवार को गहरे दुख में डाल दिया है और एक बार फिर यह सोचने को मजबूर किया है कि क्या हमारी रेलवे व्यवस्था बुजुर्ग और असहाय यात्रियों के लिए सुरक्षित है। इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए प्रशासन के साथ-साथ यात्रियों को भी सतर्क रहना होगा।
