भोजपुर में हथियार के साथ तस्कर गिरफ्तार, एसटीएफ ने दबोचा, 6 पिस्टल और 12 मैगजीन बरामद

भोजपुर। जिले के अजीमाबाद थाना क्षेत्र में पटना एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक बड़े हथियार तस्कर को गिरफ्तार किया गया है। इस गिरफ्तारी के साथ ही अवैध हथियारों के एक बड़े जखीरे का भी खुलासा हुआ है। तस्कर के पास से देसी पिस्टल, मैगजीन और सैकड़ों कारतूस बरामद किए गए हैं। इससे जिले और आसपास के क्षेत्रों में चल रहे अवैध हथियारों के नेटवर्क का संकेत मिलता है।
गुप्त सूचना के आधार पर हुई कार्रवाई
पटना एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि अजीमाबाद थाना क्षेत्र के कमरिया गांव निवासी अमन उर्फ राज कुमार उर्फ राज कपूर अवैध हथियारों की तस्करी में संलिप्त है और अपने घर पर भारी मात्रा में हथियार छिपाकर रखे हुए हैं। इस सूचना के आधार पर एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की टीम ने एक विशेष योजना के तहत छापा मारा। छापेमारी के दौरान पुलिस ने अमन को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद
अमन के ठिकाने से पुलिस ने छह देसी पिस्टल, 12 मैगजीन, 150 कारतूस, दो मोबाइल फोन और तीन पासबुक बरामद की हैं। इसके अलावा तस्करी में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल भी जब्त की गई है। इन हथियारों का उपयोग आपराधिक गतिविधियों में होने की आशंका जताई जा रही है। बरामद सामानों को लेकर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
अमन का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार तस्कर अमन का आपराधिक रिकॉर्ड पहले से ही संदिग्ध रहा है। उसके खिलाफ वर्ष 2018 में अजीमाबाद थाना में पहला मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद 2023 में गड़हनी थाना में आर्म्स एक्ट के तहत दो अन्य मामले दर्ज हुए। साथ ही रोहतास जिले के कच्छवां थाना में भी उसके खिलाफ एक मामला दर्ज है। पुलिस के अनुसार, वह इन सभी मामलों में वांटेड था।
सात वर्षों से तस्करी में संलिप्त
पुलिस के अनुसार, अमन पिछले सात वर्षों से अवैध हथियारों की तस्करी के धंधे में सक्रिय है। वह विभिन्न जिलों से हथियार मंगवाकर उन्हें बेचने का काम करता था। उसकी गिरफ्तारी के बाद यह भी सामने आया कि उसकी पत्नी अन्नू देवी भी इस अवैध काम में शामिल थी और पूर्व में हथियार और कारतूस की तस्करी में पकड़ी जा चुकी है। यह दर्शाता है कि यह एक पारिवारिक गिरोह बन चुका था, जो सुनियोजित तरीके से हथियारों की तस्करी कर रहा था।
पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
भोजपुर एसपी राज ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि अमन एक खतरनाक तस्कर है और इसके खिलाफ कई जिलों में गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि इस गिरफ्तारी से हथियार तस्करी के नेटवर्क पर बड़ी चोट पड़ी है। साथ ही एसपी ने यह भी कहा कि इस मामले से जुड़े अन्य लोगों की तलाश की जा रही है और नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करने के लिए आगे की कार्रवाई जारी है।
स्थानीय लोगों में जागरूकता की जरूरत
इस घटना ने यह भी दिखाया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में किस प्रकार से अवैध गतिविधियां छिपी होती हैं। कमरिया जैसे गांव में इतने बड़े हथियार जखीरे की बरामदगी से स्थानीय लोग भी हैरान हैं। ऐसे में पुलिस और प्रशासन को चाहिए कि वे नियमित रूप से जागरूकता अभियान चलाएं ताकि आम लोग इस तरह की गतिविधियों की जानकारी समय रहते दे सकें। अमन की गिरफ्तारी भोजपुर और आसपास के जिलों में अवैध हथियारों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। यह घटना इस बात का प्रमाण है कि बिहार में अवैध हथियारों का कारोबार अब भी गहराई से फैला हुआ है। पुलिस और एसटीएफ की सतर्कता से न केवल एक बड़ा नेटवर्क उजागर हुआ है, बल्कि आने वाले समय में इससे जुड़े अन्य तत्वों पर भी कार्रवाई की उम्मीद बढ़ गई है। प्रशासन को अब ऐसे मामलों में कठोरता बरतनी होगी ताकि अपराधी दोबारा इस राह पर न लौट सकें।

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