पटना में चेकिंग अभियान में 140 कार्टन विदेशी शराब बरामद, दो तस्कर गिरफ्तार

पटना। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बावजूद शराब तस्करी की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। इसी कड़ी में पटना जिले के रानी तालाब थाना क्षेत्र में एक बार फिर बड़ी मात्रा में शराब की बरामदगी हुई है। पुलिस ने विशेष वाहन चेकिंग अभियान के दौरान एक ट्रक से 140 कार्टन विदेशी शराब बरामद की है। यह कार्रवाई मद्य निषेध विभाग से मिली सूचना के आधार पर की गई।
140 कार्टन में थी 1294.56 लीटर अंग्रेजी शराब
शराब तस्करों द्वारा तस्करी के लिए अपनाए जा रहे नए-नए तरीकों को देखते हुए पुलिस ने चेकिंग अभियान को और सख्त कर दिया है। इस बार तस्करों ने चोकर (पशु आहार) के बोरों में शराब छिपाकर उसे उत्तर प्रदेश से बिहार लाने की योजना बनाई थी। लेकिन रानी तालाब के कनपा पुल के पास चेकिंग के दौरान यह साजिश नाकाम हो गई। जब ट्रक की तलाशी ली गई तो उसमें से 140 कार्टन अंग्रेजी शराब बरामद की गई, जिसकी कुल मात्रा 1294.56 लीटर थी।
गिरफ्तार हुए दो तस्कर
इस मामले में पुलिस ने दो शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक का नाम दिनकर रविदास है जो बिहार शरीफ का रहने वाला है, जबकि दूसरा तस्कर सुनील कुमार सहनी सीतामढ़ी जिले का निवासी है। दोनों ट्रक के जरिए शराब को राज्य के अलग-अलग हिस्सों में सप्लाई करने की योजना में लगे थे। फिलहाल दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
वाहन चेकिंग अभियान का संचालन
इस पूरे अभियान का नेतृत्व एसडीपीओ पालीगंज और रानी तालाब थानाध्यक्ष ने संयुक्त रूप से किया। चेकिंग अभियान की निगरानी स्वयं सिटी एसपी पश्चिमी भानु प्रताप सिंह कर रहे थे। उन्होंने इस पूरे मामले की जानकारी मीडिया को दी और बताया कि शराब तस्करी के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए लगातार छापेमारी और निगरानी की जा रही है।
तस्करी नेटवर्क की तलाश जारी
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि यह शराब किन सप्लायर्स से मंगाई गई थी और किन-किन जगहों पर इसकी डिलीवरी दी जानी थी। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि क्या इस गिरोह में और भी लोग शामिल हैं जो अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि ट्रक का मालिक कौन है और क्या उसे इस गैरकानूनी गतिविधि की जानकारी थी।
बिहार में शराबबंदी के बावजूद तस्करी जारी
बिहार में 2016 से पूर्ण शराबबंदी लागू है, लेकिन इसके बावजूद राज्य में शराब की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है। तस्कर लगातार नये-नये हथकंडों का प्रयोग कर रहे हैं, जिससे वे कानून को चकमा दे सकें। लेकिन पुलिस और मद्य निषेध विभाग की सतर्कता से इस प्रकार की गतिविधियों पर समय-समय पर रोक लगाई जा रही है। पटना में हुई इस कार्रवाई ने एक बार फिर यह साबित किया है कि शराब माफिया अब भी सक्रिय हैं और शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, प्रशासन की सख्ती और सक्रियता से ऐसे अपराधियों की धरपकड़ लगातार हो रही है। अब देखना यह होगा कि इस नेटवर्क के और कितने लोगों तक पुलिस पहुंच पाती है और बिहार को शराब मुक्त बनाने की दिशा में कितनी सफलता मिलती है।

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