पप्पू यादव का सरकार पर बड़ा हमला, कहा- बिहार में एनडीए का महा गुंडाराज, चुल्लू भर पानी में डूब मरे बिहार पुलिस

पटना। बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार रात एक दर्दनाक और चौंकाने वाली वारदात सामने आई जब जाने-माने व्यवसायी गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना गांधी मैदान थाना क्षेत्र में हुई, जब खेमका अपनी गाड़ी से घर के पास उतर रहे थे। इस हत्या ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है और कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। गोपाल खेमका बिहार के एक प्रमुख उद्यमी थे और मगध अस्पताल के मालिक भी थे। खास बात यह है कि छह साल पहले उनके बेटे गुंजन खेमका की भी हत्या कर दी गई थी।
घटनास्थल पर पहुंचे पप्पू यादव
घटना की जानकारी मिलते ही पूर्व सांसद और पूर्णिया से निर्वाचित निर्दलीय सांसद पप्पू यादव घटनास्थल पर पहुंचे और शोक संतप्त परिवार से मुलाकात की। उन्होंने मृतक के परिजनों को सांत्वना देने के साथ-साथ सरकार पर तीखा हमला भी बोला। पप्पू यादव ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि बिहार में “महा गुंडाराज” चल रहा है और यह सरकार अपराधियों की साझीदार बन चुकी है।
पुलिस और प्रशासन पर उठाए सवाल
पप्पू यादव ने इस हत्याकांड को लेकर बिहार पुलिस और राज्य सरकार की आलोचना करते हुए लिखा कि पटना जैसे सुरक्षित माने जाने वाले इलाके में अपराधियों ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे दिया, जो सरकार की नाकामी को दर्शाता है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बिहार पुलिस को “चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए” क्योंकि वे लोगों की जान-माल की रक्षा करने में पूरी तरह विफल साबित हो रहे हैं।
पिछले हत्याकांड का दिलाया हवाला
पप्पू यादव ने यह भी याद दिलाया कि सात साल पहले गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी हत्या कर दी गई थी और तब भी सरकार ने अपराधियों के खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर उस समय न्याय मिला होता और अपराधियों को सजा होती, तो आज गोपाल खेमका की जान नहीं जाती। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह अपराधियों के साथ खड़ी है और कानून का भय समाप्त हो चुका है।
बिहार में भय और असुरक्षा का माहौल
सांसद पप्पू यादव ने आगे कहा कि बिहार अब अपराधियों का “अभयारण्य” बन चुका है जहां कोई भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया कि अब बिहार को बख्श दें और इस्तीफा दे दें। उन्होंने लिखा कि इस सरकार में जनता के जान की कोई कीमत नहीं रह गई है और लगातार हो रहे अपराध इस बात के प्रमाण हैं।
राजनीतिक गलियारों में बढ़ी हलचल
इस हत्याकांड और उस पर पप्पू यादव की प्रतिक्रिया ने बिहार की राजनीति को और गरमा दिया है। विपक्ष पहले से ही सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहा था, और अब इस घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर दबाव और बढ़ गया है। राजद, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने भी इस घटना की निंदा की है और इसे राज्य में फैलते अपराध का उदाहरण बताया है।
जांच और कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू
इस बीच, पुलिस ने मौके से सीसीटीवी फुटेज जब्त किया है और जांच में जुटी है। बताया गया कि अपराधी बाइक से आए और गोपाल खेमका के सिर पर गोली मारकर फरार हो गए। पुलिस ने एसआईटी का गठन किया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। गोपाल खेमका की हत्या न केवल एक दर्दनाक घटना है बल्कि बिहार की कानून-व्यवस्था पर एक गहरा सवाल है। जिस तरह से अपराधियों ने राजधानी के व्यस्त क्षेत्र में इस वारदात को अंजाम दिया, उसने आमजन के मन में भय और असुरक्षा की भावना भर दी है। पप्पू यादव जैसे नेता जब सत्ताधारी गठबंधन पर सीधे सवाल उठा रहे हैं, तो यह स्पष्ट है कि बिहार की राजनीति में इस मुद्दे का प्रभाव लंबे समय तक देखा जाएगा। अब देखना यह होगा कि सरकार और प्रशासन इस मामले को कितनी गंभीरता से लेते हैं और क्या अपराधियों को सख्त सजा दिलाई जाती है या फिर यह भी एक और भुला दी जाने वाली फाइल बनकर रह जाती है।
