पटना समेत प्रदेश के कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश का अलर्ट, मौसम विभाग में वज्रपात से किया सावधान

पटना। बिहार में मानसून ने अब पूरी तरह से दस्तक दे दी है। राज्य के कई हिस्सों में लगातार हो रही बारिश ने मौसम को तो सुहाना बना दिया है, लेकिन इसके साथ-साथ वज्रपात और जलजमाव की घटनाएं चिंता का विषय बन गई हैं। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भारी बारिश, गरज-चमक और तेज हवा चलने की चेतावनी जारी की है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
3 जुलाई को कई जिलों में दर्ज हुई बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, 3 जुलाई को बिहार के दक्षिण-पूर्व, उत्तर और दक्षिण-मध्य भागों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई। इसमें कटोरिया में सर्वाधिक 41.2 मिमी वर्षा हुई। इसके अलावा लक्ष्मीपुर में 28.2 मिमी, बंदरा में 26.4 मिमी, संग्रामपुर में 24.2 मिमी और बेलदौर व खैरा में लगभग 22.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं गिद्धौर में 22 मिमी और जमुई, बगहा, अमरपुर, पकरीबरमा जैसे स्थानों पर 18 से 20 मिमी वर्षा हुई।
तापमान में उतार-चढ़ाव
राज्य में तापमान में भी बदलाव देखा गया। गोपालगंज में अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस पूसा (समस्तीपुर) में रिकॉर्ड किया गया। इससे दिन में गर्मी और रात में हल्की ठंडक का अहसास हो रहा है।
4 जुलाई का मौसम पूर्वानुमान
4 जुलाई को बिहार के अधिकांश जिलों में एक या दो स्थानों पर गरज-चमक, वज्रपात और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। विशेष रूप से कैमूर, रोहतास और औरंगाबाद जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इन जिलों में जलभराव और बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो सकते हैं।
लोगों को सतर्क रहने की सलाह
मौसम विभाग ने लोगों को जलजमाव वाले इलाकों, नदियों के किनारे और खुले स्थानों से दूर रहने की चेतावनी दी है। साथ ही वज्रपात की आशंका को देखते हुए पेड़ों, बिजली के खंभों और अन्य धातु से दूर रहने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में झोपड़ियों, कच्चे मकानों और कमजोर ढांचों को तेज हवा से नुकसान पहुंच सकता है।
5 और 6 जुलाई को भी बारिश के आसार
5 जुलाई को भी राज्य के विभिन्न हिस्सों में गरज के साथ बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है। जमुई, नवादा और गया जिलों में भारी वर्षा की आशंका जताई गई है। वहीं, 6 जुलाई को दक्षिण बिहार के जिलों में फिर से गरज-चमक और बारिश का सिलसिला जारी रहने का पूर्वानुमान है।
मौसम की वैज्ञानिक वजहें
इस समय मानसून ट्रफ रेखा बीकानेर, शिवपुरी, खजुराहो, डाल्टनगंज और दीघा होते हुए बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। साथ ही उत्तर ओडिशा और गंगा-पश्चिम बंगाल क्षेत्र में चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है, जो दक्षिण-पश्चिम दिशा में झुका हुआ है। इन स्थितियों के कारण बिहार में नम हवाओं का प्रवेश हो रहा है, जिससे बारिश की तीव्रता बढ़ी है।
किसानों और आम लोगों के लिए सलाह
किसानों को सलाह दी गई है कि वे अभी खेतों में कीटनाशक या खाद का छिड़काव न करें, क्योंकि बारिश के कारण यह बेअसर हो सकता है। साथ ही खेतों में जाने से बचने की भी हिदायत दी गई है। आम लोगों से अपील की गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और मौसम से संबंधित जानकारी पर नजर रखें। बिहार में मानसून की सक्रियता से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है, वहीं तेज बारिश और वज्रपात की घटनाओं ने नई चुनौतियां भी खड़ी की हैं। प्रशासन और नागरिकों को मिलकर सतर्कता बरतनी होगी ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में नुकसान को कम किया जा सके।
