नवादा में तेज वर्षा से पुल बहा, दर्जनों गांवों का टूटा संपर्क, लोगों का जनजीवन बेहाल

नवादा। जिले के सिरदला प्रखंड में शुक्रवार को तेज बारिश ने भारी तबाही मचाई। गया-रजौली एसएच-70 के निकट स्थित अमझरी गांव की लिंक रोड पर बना पुल तेज बहाव की चपेट में आकर पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। इस पुल के टूटने से क्षेत्र के दर्जनों गांवों का संपर्क मुख्य सड़क से कट गया है, जिससे लोगों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है।
दर्जनों गांवों का टूटा मुख्य संपर्क
करीब दस साल पहले बना यह पुल राजा बीघा, चौबे, भुलूया, खानपुरा, पदमौल और लौंद जैसे कई गांवों को मुख्य मार्ग से जोड़ता था। अब इन गांवों के लोगों को बाजार, अस्पताल, स्कूल और अन्य आवश्यक सेवाओं तक पहुंचने के लिए 5 से 10 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। इससे न केवल समय बल्कि आर्थिक बोझ भी बढ़ गया है।
स्कूली बच्चों और मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी
स्थानीय ग्रामीण पंकज कुमार और संतोष कुमार ने बताया कि पुल टूटने का सबसे बड़ा असर स्कूली बच्चों, बुजुर्गों, मरीजों और रोजमर्रा की आजीविका के लिए बाहर जाने वाले लोगों पर पड़ा है। बच्चों को स्कूल पहुंचने में देरी हो रही है और मरीजों को इलाज के लिए वैकल्पिक मार्ग तलाशने पड़ रहे हैं जो काफी लंबा और असुविधाजनक है।
पूर्व में चेतावनी के बावजूद प्रशासन रहा उदासीन
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि यह पुल पहले से जर्जर स्थिति में था। कई बार स्थानीय लोगों ने प्रशासन को इसके सुधार के लिए अवगत कराया था, लेकिन किसी प्रकार की मरम्मत या मजबूतीकरण का प्रयास नहीं किया गया। नतीजा यह हुआ कि जैसे ही भारी बारिश हुई, पुल नदी के तेज बहाव में बह गया।
आवश्यक सेवाओं तक पहुंच में बाधा
पुल टूटने से लोगों की रोजमर्रा की जरूरतों पर गहरा असर पड़ा है। नजदीकी बाजार, बैंक, स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र और सरकारी दफ्तरों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। इसके चलते स्थानीय अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हो रही है, क्योंकि ग्रामीणों के कृषि उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने में दिक्कतें आ रही हैं।
ग्रामीणों की मांग- जल्द बने वैकल्पिक मार्ग और नया पुल
इस आपदा से परेशान ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था करने और स्थायी रूप से नए पुल के निर्माण की मांग की है। उनका कहना है कि अगर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो आने वाले दिनों में आपातकालीन सेवाओं और जनजीवन की सामान्य गतिविधियां पूरी तरह बाधित हो जाएंगी।
प्रशासन की ओर से अब तक नहीं आया कोई बयान
पुल टूटने की घटना के बाद से प्रशासन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, स्थानीय स्तर पर संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा निरीक्षण की संभावना जताई जा रही है। लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही कोई सकारात्मक कदम उठाया जाएगा ताकि सामान्य जीवन फिर से पटरी पर लौट सके। नवादा के सिरदला प्रखंड की यह घटना न केवल एक पुल के टूटने की त्रासदी है, बल्कि यह प्रशासनिक लापरवाही का भी प्रतीक बन गई है। इस आपदा ने एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों के बुनियादी ढांचे की अनदेखी को उजागर कर दिया है। अब जरूरत है त्वरित कार्रवाई की, ताकि प्रभावित लोगों को राहत मिल सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
