पटना में तेज रफ्तार वाहन ने बाइक सवार तीन युवकों को मारी टक्कर, एक की मौत, दो की हालत गंभीर

पटना। दानापुर इलाके में मंगलवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक युवक की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब तीन युवक एक बाइक पर सवार होकर खगौल रेलवे स्टेशन की ओर जा रहे थे। रास्ते में सैनिक चौक के पास तेज रफ्तार से आ रही एक अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी और घटनास्थल से फरार हो गया।
बनारस जाने की तैयारी में था एक युवक
घटना में घायल अभिषेक कुमार को बनारस जाना था और उसी के लिए नागमणि कुमार और विकास कुमार उसे स्टेशन छोड़ने जा रहे थे। लेकिन दुर्भाग्यवश रास्ते में यह हादसा हो गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि तीनों युवक बाइक से उछलकर सड़क पर गिर पड़े। नागमणि कुमार को गंभीर चोटें आईं और कुछ ही देर बाद उसने दम तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार, घायल अवस्था में नागमणि ने ही अपने परिजनों को फोन कर सूचना दी थी। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
घायलों की स्थिति चिंताजनक
घटना में घायल दो अन्य युवक, अभिषेक कुमार और विकास कुमार, को आनन-फानन में सुगना मोड़ स्थित एक निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, दोनों की हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें लगातार चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है। हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और स्थानीय लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी।
तेज रफ्तार वाहन बना हादसे की वजह
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि मनेर-दानापुर रोड पर वाहन आमतौर पर बहुत तेज गति से चलते हैं और पुलिस इस पर कोई नियंत्रण नहीं करती। आए दिन इस मार्ग पर दुर्घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा न तो स्पीड कंट्रोल के लिए कोई ठोस कदम उठाए गए हैं और न ही सख्ती से यातायात नियमों को लागू किया जाता है। लोगों का कहना है कि यह मार्ग दुर्घटनाओं के लिए कुख्यात हो चुका है, फिर भी पुलिस और जिला प्रशासन इस ओर उदासीन बने हुए हैं।
पुलिस जांच में जुटी, शव सौंपा गया परिजनों को
घटना की सूचना मिलने के बाद ट्रैफिक पुलिस मौके पर पहुंची और घायल युवकों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की। मृतक नागमणि कुमार के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, जिसके बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने अज्ञात वाहन और चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अभी तक ड्राइवर की पहचान नहीं हो सकी है और न ही वाहन का कोई सुराग मिल पाया है।
तीनों युवक थे आपस में रिश्तेदार
जानकारी के अनुसार, तीनों युवक आपस में रिश्तेदार थे और आपसी स्नेह के चलते एक-दूसरे की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते थे। इस घटना ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है। मृतक नागमणि के घर में मातम पसरा हुआ है, वहीं अभिषेक और विकास के परिजनों की चिंता उनकी हालत को लेकर बनी हुई है।
जरूरत है सख्त ट्रैफिक नियंत्रण की
यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि लचर ट्रैफिक व्यवस्था और प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम है। यदि समय रहते मनेर-दानापुर रोड पर स्पीड ब्रेकर, सीसीटीवी और पुलिस की गश्ती बढ़ाई जाती, तो शायद इस तरह का हादसा टाला जा सकता था। प्रशासन को चाहिए कि वह इस मार्ग को हाई रिस्क जोन घोषित करे और यातायात नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करे, ताकि आगे कोई और परिवार इस तरह की त्रासदी का शिकार न हो। इस दुर्घटना ने एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि सड़क सुरक्षा सिर्फ नियमों की बात नहीं, बल्कि उनके सख्त पालन की जरूरत है। जब तक प्रशासन और आम लोग मिलकर इसके प्रति सजग नहीं होंगे, तब तक ऐसी घटनाएं होती रहेंगी।
