October 29, 2025

उत्तराखंड में अलकनंदा नदी में गिरी बस, तीन की दर्दनाक मौत, 9 लापता, बचाव कार्य जारी

रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है, जहां एक टेंपो ट्रैवलर बस बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर अनियंत्रित होकर अलकनंदा नदी में जा गिरी। इस हादसे में अब तक तीन तीर्थयात्रियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि नौ अन्य यात्री अब भी लापता हैं। घटना के बाद से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है और राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
बदरीनाथ धाम जा रहे थे तीर्थयात्री
यह बस रुद्रप्रयाग से तीर्थयात्रियों को लेकर बदरीनाथ धाम की ओर जा रही थी। हादसा सुबह लगभग आठ बजे घोलतीर के पास स्टेट बैंक मोड़ के निकट हुआ, जहां तीव्र मोड़ पर वाहन अचानक अनियंत्रित हो गया और खाई में गिरते हुए सीधे अलकनंदा नदी में समा गया। बस में कुल 20 लोग सवार थे, जिसमें चालक सहित 19 तीर्थयात्री शामिल थे।
तीर्थयात्रियों का संबंध राजस्थान और गुजरात से
इस दुर्घटनाग्रस्त वाहन में राजस्थान के उदयपुर और गुजरात से आए हुए सोनी परिवार के सदस्य सवार थे, जो चारधाम यात्रा पर निकले थे। यह परिवार चारधाम यात्रा के दौरान बदरीनाथ दर्शन के लिए जा रहा था। दुर्घटना के बाद से उनके परिजन और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी लगातार संपर्क में हैं।
कुछ यात्री पहाड़ी पर छिटककर बचे
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के समय कुछ यात्री बस से छिटककर पहाड़ी के किनारे अटक गए थे। ऐसे दस यात्रियों को स्थानीय लोगों और बचाव टीम की मदद से सड़क तक सुरक्षित लाया गया। इन सभी को तत्काल प्राथमिक चिकित्सा के लिए जिला अस्पताल रुद्रप्रयाग भेजा गया है। हालांकि इन लोगों को गंभीर चोटें आई हैं लेकिन उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
एसडीआरएफ और पुलिस का रेस्क्यू अभियान जारी
दुर्घटना की सूचना मिलते ही रुद्रप्रयाग से एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल), पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गईं और तुरंत राहत कार्य शुरू किया गया। नदी का तेज बहाव राहत कार्य में बड़ी चुनौती बन गया है, जिससे लापता लोगों को ढूंढने में दिक्कत आ रही है। फिर भी प्रशासन, स्थानीय ग्रामीणों और स्वयंसेवकों की मदद से बचाव अभियान लगातार जारी है।
स्थानीय लोगों की तत्परता से बचीं जानें
हादसे के बाद इलाके के स्थानीय ग्रामीण भी मदद के लिए मौके पर पहुंचे और बिना देरी किए राहत कार्य में लग गए। उन्हीं की तत्परता से घायल यात्रियों को समय पर अस्पताल पहुंचाया जा सका। प्रशासन ने ग्रामीणों के सहयोग को सराहा है और उन्हें धन्यवाद दिया है।
हादसे ने चारधाम यात्रा की सुरक्षा पर उठाए सवाल
इस भीषण दुर्घटना ने एक बार फिर चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा और सड़क सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पर्वतीय मार्गों की जटिलता और खराब सड़कों पर तेज गति से चलने वाले वाहनों के कारण इस प्रकार के हादसे आए दिन सामने आते रहते हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह यात्रा के दौरान वाहनों की नियमित जांच, अनुभवी चालकों की तैनाती और यात्री संख्या की सख्त निगरानी सुनिश्चित करे।
अलर्ट पर प्रशासन, सतर्कता की अपील
रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान सभी नियमों का पालन करें, वाहन की स्थिति की जांच करवाएं और मौसम व सड़क की स्थिति की जानकारी के साथ ही यात्रा करें। अभी भी नौ यात्रियों की तलाश की जा रही है और प्रशासन ने कहा है कि जब तक अंतिम व्यक्ति का पता नहीं चलता, राहत कार्य जारी रहेगा। यह हादसा न सिर्फ पीड़ित परिवारों के लिए त्रासदी है, बल्कि यह चेतावनी भी है कि पर्वतीय इलाकों में यात्रा करते समय सुरक्षा और सावधानी को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

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