पटना में विवाहिता की संदिग्ध मौत से हड़कंप, मकान से मिला शव, पिता ने लगाया दहेज हत्या का आरोप
पटना। शहर एक बार फिर एक दर्दनाक और झकझोर देने वाली घटना का गवाह बना है, जहां एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थिति में मौत ने न सिर्फ उसके परिवार को बल्कि पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। यह मामला पटना सिटी के खाजेकला थाना क्षेत्र से सामने आया है। मृतका की पहचान खुशी राज के रूप में हुई है, जिसकी लाश उसके घर से बरामद की गई है।
खुशी राज की शादी और पारिवारिक पृष्ठभूमि
मृतका खुशी राज की शादी फरवरी 2023 में विधानसभा कार्यालय में कार्यरत परिचालक हर्ष कुमार यादव से हुई थी। शादी के बाद इस दंपति के जीवन में एक बेटा भी आया, जो अभी महज डेढ़ साल का है। परिवार और समाज के नजरों में यह एक सामान्य विवाह था, लेकिन भीतर ही भीतर तनाव और प्रताड़ना का सिलसिला चल रहा था, जिसका अंत इस दुखद घटना के रूप में सामने आया।
दहेज के लिए लगातार दबाव का आरोप
खुशी राज के पिता महेश कुमार ने अपनी बेटी की मौत के पीछे दहेज प्रताड़ना को जिम्मेदार ठहराया है। उनका आरोप है कि शादी के बाद से ही हर्ष कुमार यादव लगातार पैसों की मांग कर रहा था। पहले कुछ छोटी-मोटी रकम मांगी गई, जिसे परिवार ने किसी तरह पूरा किया, लेकिन हाल ही में आरोपी पति ने 5 लाख रुपये की मांग की थी। महेश कुमार का दावा है कि पैसे देने में असमर्थ रहने पर हर्ष कुमार ने उनकी बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि खुशी पिछले कुछ महीनों से तनाव में थी और अक्सर फोन पर परेशानियों की बात करती थी।
शव बरामद, पुलिस ने शुरू की जांच
खाजेकला थाना क्षेत्र स्थित गुड़हट्टा इलाके में खुशी का शव उसके घर से बरामद किया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मौके की जांच शुरू की। थाना प्रभारी प्रभात रंजन सक्सेना ने बताया कि एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम को बुलाया गया है ताकि साक्ष्य एकत्रित किए जा सकें और मौत के सही कारण का पता लगाया जा सके। शव को पोस्टमार्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही यह तय किया जाएगा कि खुशी की मौत वास्तव में गला दबाकर की गई या फिर इसके पीछे कोई और कारण है।
परिवार का रो-रो कर बुरा हाल
घटना के बाद से खुशी के मायके पक्ष का रो-रो कर बुरा हाल है। परिजन बेटी के साथ हुई इस क्रूरता को समझ नहीं पा रहे हैं। पिता महेश कुमार ने पुलिस से गुहार लगाई है कि दोषी को सख्त से सख्त सजा दी जाए और उनके नाती की परवरिश की जिम्मेदारी भी तय हो।
सामाजिक चिंता और कानून का सवाल
इस घटना ने एक बार फिर समाज में दहेज जैसी कुप्रथा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। भले ही कानूनन दहेज लेना-देना अपराध है, लेकिन आज भी समाज के एक बड़े हिस्से में यह मानसिकता कायम है। ऐसी घटनाएं यह सोचने को मजबूर करती हैं कि क्या शिक्षा, नौकरी और आधुनिकता के बावजूद हम सामाजिक बुराइयों से पूरी तरह मुक्त हो पाए हैं? जब एक महिला को सिर्फ इसलिए अपनी जान गंवानी पड़ी क्योंकि वह पति की पैसों की मांग पूरी नहीं कर सकी, तो यह समाज के नैतिक दिवालिएपन का उदाहरण बन जाता है।
न्याय की उम्मीद
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और परिजनों की शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। हालांकि अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के बाद आगे की कार्रवाई तेज की जाएगी। परिवार और समाज की ओर से उम्मीद की जा रही है कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिले और मृतका को न्याय मिले, ताकि भविष्य में कोई और खुशी इस तरह की दर्दनाक मौत का शिकार न हो।


