वेस्टइंडीज के धाकड़ बल्लेबाज निकोलस पूरन का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास, टी-20 लीग खेलते रहेंगे, इंस्टाग्राम पोस्ट से घोषणा

नई दिल्ली। वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के धाकड़ बल्लेबाज निकोलस पूरन ने महज 29 वर्ष की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। यह खबर क्रिकेट जगत के लिए चौंकाने वाली जरूर रही, लेकिन पूरन ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए इस फैसले के पीछे की भावनाओं और सोच को स्पष्ट किया है।
इंस्टाग्राम पोस्ट से दी जानकारी
निकोलस पूरन ने एक लंबा भावुक पोस्ट लिखकर अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के अंत की जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि यह फैसला उनके लिए बेहद कठिन रहा लेकिन इस पर उन्होंने लंबे समय तक सोच-विचार किया। पूरन ने अपने नोट में क्रिकेट को लेकर अपने जज्बात साझा किए और वेस्टइंडीज की जर्सी पहनने को एक गर्व का पल बताया। उन्होंने लिखा कि जब भी वह महरून जर्सी पहनकर मैदान पर उतरे, तो उन्होंने हर बार अपनी पूरी जान लगा दी। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रगान के दौरान खड़ा होना और वेस्टइंडीज का प्रतिनिधित्व करना उनके जीवन के सबसे यादगार अनुभवों में से रहा है।
टीम का नेतृत्व करना एक सम्मान
निकोलस पूरन ने अपने कप्तानी कार्यकाल को भी याद किया और कहा कि वेस्टइंडीज टीम की अगुवाई करना उनके लिए गर्व की बात थी। उन्होंने इस विशेष जिम्मेदारी को अपने दिल के सबसे करीब बताया और इसे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक माना।
प्रशंसकों और टीम का आभार
पूरन ने अपने संदेश में अपने प्रशंसकों, परिवार और टीम के साथियों को धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा कि मुश्किल समय में प्रशंसकों का समर्थन उन्हें आगे बढ़ने की ताकत देता रहा है। वहीं, उन्होंने अपने करीबी दोस्तों और परिजनों को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने उनके इस सफर में हर कदम पर साथ दिया। पूरन ने यह भी स्पष्ट किया कि भले ही उनका अंतरराष्ट्रीय करियर समाप्त हो गया हो, लेकिन उनका वेस्टइंडीज क्रिकेट से लगाव हमेशा बना रहेगा। उन्होंने टीम और क्षेत्रीय क्रिकेट के लिए आगे के सफर में सफलता और मजबूती की कामना की।
टी-20 लीग में खेलते रहेंगे पूरन
हालांकि पूरन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है, लेकिन वह टी-20 लीग में खेलना जारी रखेंगे। वे अब दुनिया भर की विभिन्न फ्रेंचाइजी लीगों में अपने खेल का जलवा दिखाते रहेंगे। पूरन टी-20 फॉर्मेट में वेस्टइंडीज के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक रहे हैं और इस फॉर्मेट में सबसे ज्यादा मैच खेलने और रन बनाने वाले खिलाड़ी भी हैं। उनके इस फैसले से यह स्पष्ट है कि वह अब अपनी ऊर्जा को टी-20 लीगों में केंद्रित करना चाहते हैं, जहां वे पहले से ही एक चर्चित और मांग में रहने वाले खिलाड़ी हैं।
पूरन का करियर और विरासत
निकोलस पूरन ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में कई शानदार पारियां खेलीं। उन्होंने बल्लेबाजी में अपने आक्रामक अंदाज से न केवल वेस्टइंडीज के लिए कई मैच जिताए, बल्कि टी-20 क्रिकेट को एक नए स्तर पर पहुंचाने में भी योगदान दिया। उनका करियर युवाओं के लिए प्रेरणा रहेगा कि कैसे कठिनाइयों से लड़ते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता प्राप्त की जा सकती है। पूरन के संन्यास के बाद वेस्टइंडीज क्रिकेट के एक युग का अंत हुआ है, लेकिन उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा।
