December 8, 2025

जदयू के पूर्व प्रवक्ता सुनील कुमार सिंह ने थामा वीआईपी का दामन, मुकेश सहनी ने दिलाई सदस्यता

पटना। राजनीति में लगातार बदलाव के दौर में एक और अहम बदलाव सामने आया है। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता और नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील कुमार सिंह ने वीआईपी (विकासशील इंसान पार्टी) का दामन थाम लिया है। पटना के होटल मौर्य में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर कई वीआईपी कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान डॉ. सुनील कुमार सिंह ने जदयू से नाता तोड़ने के पीछे के कारणों को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि वे 15 साल पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यों से प्रभावित होकर जदयू में शामिल हुए थे। पार्टी में उन्होंने चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष, महासचिव और प्रवक्ता जैसे महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। लेकिन अब उन्हें लगता है कि नीतीश कुमार ना तो शारीरिक रूप से और ना ही मानसिक रूप से सुशासन देने की स्थिति में हैं। डॉ. सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वर्तमान में जदयू में कार्यकर्ताओं का कोई सम्मान नहीं रह गया है। पार्टी चार-पांच गुटों में बंट चुकी है और मुख्यमंत्री उन्हीं गुटों के इर्द-गिर्द सिमट कर रह गए हैं। ऐसे हालात में उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया।वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के साथ अपने संबंधों को लेकर उन्होंने कहा कि एक नेत्र रोग विशेषज्ञ होने के नाते उन्होंने मुकेश सहनी का आंखों का इलाज किया था। इसी दौरान उन्होंने पाया कि सहनी की दृष्टि केवल बिहार के कल्याण पर केंद्रित है। उन्होंने हर विषय पर बिहार के विकास का अपना स्पष्ट दृष्टिकोण साझा किया, जिससे वे अत्यधिक प्रभावित हुए। स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर उन्होंने चिंता जताई और कहा कि बिहार में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से चरमराई हुई हैं। इलाज के अभाव में मरीज दम तोड़ रहे हैं। रेफरल सिस्टम पूरी तरह फेल हो गया है। ब्लॉक स्तर के अस्पताल से मरीजों को जिला अस्पताल भेज दिया जाता है और वहां से बिना जांच के सीधे पटना रेफर कर दिया जाता है। मरीज और उसके परिजन पूरे राज्य में भटकते रहते हैं, लेकिन उन्हें समुचित इलाज नहीं मिल पाता। वहीं वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने भी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस सरकार में विजन की भारी कमी है। शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर सरकार की कोई ठोस नीति नहीं है। उन्होंने सुझाव दिया कि ब्लॉक और जिला स्तर के अस्पतालों को इतना सशक्त किया जाए कि इलाज वहीं हो सके और पटना रेफर की नौबत ही ना आए। सहनी ने ऐलान किया कि वीआईपी पार्टी आने वाले समय में डॉक्टरों की एक बड़ी टीम तैयार करेगी, जो गरीबों और वंचितों को मुफ्त एवं बेहतर चिकित्सा सुविधा दे सके। उन्होंने यह भी दावा किया कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो VIP का डिप्टी सीएम बनेगा। कार्यक्रम के अंत में सहनी ने कहा कि वे लगातार सरकार को आईना दिखा रहे हैं। विपक्ष अपना काम कर रहा है, लेकिन सरकार किसी की नहीं सुन रही। उन्होंने दो दिन बाद पूरे बिहार में धरना-प्रदर्शन की भी घोषणा की। डॉ. सुनील सिंह के वीआईपी में शामिल होने को राजनीतिक हलकों में जदयू के लिए एक और झटका माना जा रहा है, वहीं मुकेश सहनी के लिए यह एक सशक्त समर्थन के रूप में देखा जा रहा है।

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