पटना में कोरोना के 6 नए मरीज मिले, कुल संख्या हुई 24, अबतक छह हुए ठीक

पटना। राजधानी पटना में एक बार फिर कोरोना संक्रमण ने दस्तक दी है। बीते कुछ दिनों में शहर में कोविड-19 के मामले धीरे-धीरे बढ़ने लगे हैं। ताजा रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को ही 6 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई है, जिससे शहर में एक्टिव केसों की संख्या 24 तक पहुंच गई है। हालांकि अभी घबराने की स्थिति नहीं है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यदि सतर्कता नहीं बरती गई तो स्थिति बिगड़ सकती है।
कोरोना के नए मामलों में बुजुर्गों की संख्या चिंताजनक
मंगलवार को जिन 6 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, उनमें 3 मरीज 65 वर्ष से अधिक उम्र के हैं। इनमें 66, 55 और 73 वर्ष के पुरुष शामिल हैं। यह आंकड़ा स्पष्ट रूप से संकेत करता है कि वायरस का असर एक बार फिर से उन लोगों पर अधिक पड़ रहा है जो हाई-रिस्क श्रेणी में आते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह टीकाकरण के बाद की इम्युनिटी के धीरे-धीरे कम होने या वायरस के नए म्यूटेशन का परिणाम हो सकता है।
अस्पतालों में बढ़ता संक्रमण: खतरे की घंटी
इस बार संक्रमण का फैलाव केवल आम नागरिकों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि स्वास्थ्यकर्मी भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। एम्स पटना, आईजीआईएमएस और एनएमसीएच जैसे बड़े अस्पतालों में डॉक्टर, नर्सें और मेडिकल छात्र भी संक्रमित पाए गए हैं। यह दर्शाता है कि अस्पतालों की संक्रमण नियंत्रण व्यवस्था में कहीं न कहीं कमी रह गई है। इन संस्थानों में अगर संक्रमण फैलेगा तो अस्पताल आने वाले सामान्य मरीजों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ सकती है।
जांच व्यवस्था और निगरानी की जरूरत
अब तक कुल 30 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें से 16 मरीजों ने सरकारी लैब में जांच करवाई जबकि 14 मरीजों की रिपोर्ट निजी लैब से आई। एनएमसीएच की माइक्रोबायोलॉजी लैब में हुई 15 जांचों में 1 पॉजिटिव केस मिला है। इससे स्पष्ट होता है कि संक्रमण पर सटीक निगरानी के लिए सरकारी और निजी दोनों स्तरों पर जांच व्यवस्था मजबूत बनानी होगी।
लक्षण सामान्य लेकिन नजरअंदाज करना खतरनाक
नए मामलों में कोरोना के सामान्य लक्षण जैसे सर्दी, खांसी, बुखार, गले में खराश, थकान और हल्का सिरदर्द देखने को मिले हैं। हालांकि अधिकांश मरीजों की स्थिति स्थिर है, लेकिन बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों के लिए यह वायरस गंभीर खतरा बन सकता है। इसलिए लक्षण मामूली लगने के बावजूद सतर्कता जरूरी है।
लोगों से अपील: मास्क, दूरी और साफ-सफाई न भूलें
स्वास्थ्य विशेषज्ञों और प्रशासन की ओर से यह अपील की जा रही है कि लोग फिर से सतर्क हो जाएं। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना, हाथों की नियमित सफाई और भीड़ से दूरी बनाए रखना संक्रमण की रोकथाम के लिए बेहद जरूरी है। खासकर बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।
समय रहते अलर्ट रहें, ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे
पटना में कोरोना की वापसी का यह संकेत बताता है कि महामारी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। अस्पतालों में संक्रमण, बुजुर्गों में बढ़ते मामले और टेस्टिंग के आंकड़े इस बात की ओर इशारा करते हैं कि हमें एक बार फिर सजग होने की जरूरत है। यदि समय रहते सतर्कता बरती गई तो संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है, लेकिन लापरवाही की स्थिति में यह फिर से गंभीर रूप ले सकता है।

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