पटना में वर्षा के साथ वज्रपात अलर्ट, छाए रहेंगे बादल, चलेगी तेज हवाएं

पटना। राजधानी पटना समेत बिहार के कई जिलों में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। गर्मी से परेशान लोगों को थोड़ी राहत मिली है, लेकिन इसके साथ ही मौसम विभाग ने कुछ गंभीर चेतावनियां भी जारी की हैं। बुधवार को पटना में बादल छाए रहने और बारिश की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही वज्रपात और तेज हवा चलने की चेतावनी भी दी गई है।
मंगलवार से ही बदलने लगा मौसम का मिजाज
मंगलवार की सुबह से ही पटना के आसमान में बादलों की आवाजाही शुरू हो गई थी। हल्के बादल पूरे दिन छाए रहे जिससे धूप की तीव्रता कम रही। इसी कारण अधिकतम तापमान में करीब 4.1 डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी गई। अधिकतम तापमान जहां गिरा, वहीं न्यूनतम तापमान में मामूली कमी दर्ज की गई। मंगलवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 35.7 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
बिहार के कई जिलों में वज्रपात का खतरा
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में बुधवार के लिए वज्रपात यानी ठनका गिरने की चेतावनी जारी की है। खासकर पूर्वी बिहार, उत्तर-पश्चिम और उत्तर-मध्य बिहार के जिलों में इसका प्रभाव ज्यादा देखने को मिल सकता है। कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, गया और नवादा जिलों में ठनका गिरने की संभावना जताई गई है। साथ ही इन क्षेत्रों में 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
तेज हवाओं के साथ हो सकती है बारिश
बादलों की मौजूदगी के बीच मौसम विभाग ने इस बात की भी आशंका जताई है कि बुधवार को बारिश हो सकती है। तेज हवा और वज्रपात के साथ हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है। इसके चलते लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। खासकर खुले में काम कर रहे लोगों, किसानों और बिजली के खंभों या पेड़ों के नीचे खड़े रहने वालों को सावधान रहने की जरूरत है।
गर्मी से मिली थोड़ी राहत, लेकिन खतरा भी बरकरार
हालांकि तापमान में गिरावट से राजधानी के लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन यह राहत बहुत स्थायी नहीं है। क्योंकि मौसम में यह बदलाव तूफानी प्रवृत्ति के साथ आया है। ऐसे में गर्मी से तो राहत मिल रही है लेकिन इसके साथ जान-माल की सुरक्षा को लेकर भी सतर्कता जरूरी है।
कृषि और यातायात पर प्रभाव
मौसम के इस बदलाव का असर खेती पर भी पड़ सकता है। जिन इलाकों में तेज हवा और वज्रपात की आशंका है, वहां किसानों को नुकसान हो सकता है। वहीं, तेज हवा के कारण कुछ जगहों पर पेड़ गिरने, बिजली आपूर्ति में बाधा या सड़कों पर यातायात प्रभावित होने की भी आशंका है।
लोगों से सतर्कता बरतने की अपील
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे खराब मौसम के दौरान अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को बिजली के उपकरणों से दूर रहने, मोबाइल फोन का सीमित प्रयोग करने और किसी सुरक्षित स्थान पर रहने की सलाह दी गई है।
आने वाले दिनों में मौसम कैसा रहेगा
फिलहाल मौसम विभाग ने यह नहीं बताया है कि यह स्थिति कितने दिन तक बनी रहेगी, लेकिन जून के पहले सप्ताह में ऐसे मौसम परिवर्तन आमतौर पर प्री-मानसून की गतिविधियों के संकेत माने जाते हैं। अगर यह स्थिति बनी रही तो अगले कुछ दिनों में और भी इलाकों में बारिश देखने को मिल सकती है। पटना और आसपास के जिलों में मौसम का यह बदलाव लोगों को एक ओर जहां गर्मी से राहत दे रहा है, वहीं दूसरी ओर वज्रपात और तेज हवाओं की आशंका चिंता का कारण बनी हुई है। ऐसे में जरूरी है कि लोग मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें और सुरक्षा के सभी उपाय अपनाएं ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके।

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