पटना में महिला की संदिग्ध मौत से हड़कंप, पंखे से लटका मिला शव, जांच में जुटी पुलिस
पटना। पटना शहर के जक्कनपुर थाना क्षेत्र में एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से इलाके में सनसनी फैल गई है। मृत महिला की पहचान वीणा देवी के रूप में हुई है, जो मूल रूप से गौरीचक की रहने वाली थी। घटना मंगलवार की है, जब महिला का शव उसके ससुराल स्थित खासमहल रोड नंबर 3 में पंखे से लटका हुआ पाया गया।
ससुराल वालों पर गंभीर आरोप
वीणा देवी की मौत को लेकर उसके मायके पक्ष ने गंभीर आरोप लगाए हैं। मृतका की भाभी ने बताया कि वीणा को उसके ससुराल वाले लगातार दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे। कभी टीवी, तो कभी मोबाइल या अन्य सामान की मांग की जाती थी। पति रणवीर, दोनों ननदें और सास मिलकर वीणा पर मानसिक दबाव बनाते रहते थे। परिजनों के अनुसार, ससुराल वालों ने वीणा के मोबाइल पर भी निगरानी रखनी शुरू कर दी थी। मायके वालों से बातचीत करने पर रोक लगा दी गई थी। घटना के चार दिन पहले, जब वीणा की सास गलती से अपना मोबाइल घर पर भूल गई थी, तब वीणा ने मायके कॉल किया था। उस दौरान वह हंसते हुए बात कर रही थी, जिससे किसी प्रकार की आशंका नहीं थी।
बाल काटने की घटना से मानसिक आघात
मृतका के परिजनों ने यह भी बताया कि सोमवार को उन्हें जानकारी मिली कि ससुराल वालों ने वीणा के सिर के बाल काट दिए थे। इस घटना ने उसे मानसिक रूप से तोड़ दिया था। परिजनों का कहना है कि यह अपमानजनक व्यवहार वीणा के आत्मसम्मान को गहरी चोट पहुँचा गया, जिससे वह अंदर से टूट चुकी थी।
मौके पर पुलिस और जांच एजेंसियां सक्रिय
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। साथ ही डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीम भी जांच में जुट गई है। पुलिस ने मौके से कई साक्ष्य एकत्र किए हैं। फिलहाल, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। थानेदार ऋतुराज कुमार ने बताया कि मृतका के परिजनों द्वारा दी गई लिखित शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस हर दृष्टिकोण से मामले की जांच कर रही है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह आत्महत्या है या सुनियोजित हत्या।
न्याय की मांग पर अड़े परिजन
वीणा देवी के परिजनों ने न्याय की मांग की है और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की अपील की है। उनका कहना है कि अगर समय रहते ससुराल वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होती, तो शायद वीणा आज जिंदा होती। यह घटना न केवल कानून व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि समाज में व्याप्त दहेज प्रथा और महिलाओं पर अत्याचार की दुखद सच्चाई को भी उजागर करती है। जरूरत इस बात की है कि ऐसे मामलों में त्वरित और कठोर कार्रवाई हो, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके और समाज में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।


