December 8, 2025

उत्तर बिहार के सात जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट, लोग रहे सावधान, पटना में भी बदला मौसम

पटना। बिहार में जून के पहले सप्ताह में मौसम ने करवट ली है। लंबे समय से मानसून के इंतजार में बैठे लोगों को उत्तर बिहार में राहत के संकेत मिले हैं। वहीं दूसरी ओर दक्षिण बिहार में भीषण गर्मी और लू की स्थिति बनी हुई है। राज्य में दो विपरीत मौसम स्थितियों के चलते लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
उत्तर बिहार में बारिश और येलो अलर्ट
पटना मौसम विभाग ने मंगलवार को उत्तर बिहार के सात जिलों—शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज और पूर्णिया—में हल्की से मध्यम बारिश, बिजली गिरने और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की चेतावनी जारी की है। इन जिलों में येलो अलर्ट घोषित किया गया है, जिसका मतलब है कि मौसम से जुड़ी घटनाएं जनजीवन को प्रभावित कर सकती हैं और लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
इन जिलों में बारिश की संभावना
इन प्रमुख सात जिलों के अतिरिक्त इनके आसपास के क्षेत्रों तथा दक्षिण बिहार के पूर्वी जिलों—भागलपुर, खगड़िया और मुंगेर—में बादल छाए रहने और हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है। इससे इन क्षेत्रों के तापमान में कुछ गिरावट आ सकती है, जिससे स्थानीय निवासियों को गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है।
दक्षिण और मध्य बिहार में गर्मी का प्रकोप
दूसरी ओर, पटना सहित दक्षिण और मध्य बिहार के 14 जिलों—बक्सर, भोजपुर, रोहतास, कैमूर, औरंगाबाद, गया, जहानाबाद, अरवल, शेखपुरा, नवादा, नालंदा, बेगूसराय, लखीसराय और पटना—में मौसम विभाग ने किसी भी प्रकार की वर्षा की चेतावनी नहीं दी है। इन जिलों में तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की वृद्धि देखी गई है और कई जगहों पर हीट वेव चलने की संभावना जताई गई है। इन इलाकों में लोगों को अत्यधिक गर्मी से सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
पिछले दिनों की वर्षा और तापमान स्थिति
बीते सोमवार को राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की से भारी बारिश हुई, जिससे वहां के तापमान में गिरावट आई। सबसे अधिक बारिश मधुबनी में 60.2 मिलीमीटर दर्ज की गई, जबकि अररिया में 60 मिमी, किशनगंज में 50.8 मिमी, गया में 35 मिमी, खगड़िया में 34.6 मिमी, और कटिहार में 32 मिमी वर्षा हुई। अन्य जिलों में भी हल्की वर्षा दर्ज की गई, जिससे स्थानीय स्तर पर गर्मी से कुछ राहत मिली।
तापमान में उतार-चढ़ाव
राजधानी पटना में अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस रहा। राज्य में तीन जिलों—रोहतास (डेहरी), बक्सर और भोजपुर—में अधिकतम तापमान 40.02 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो राज्य में सर्वाधिक रहा। इसके विपरीत, किशनगंज जिले में सबसे कम अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। राज्य का औसत तापमान करीब 38 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा।
4 जून के बाद बारिश की संभावना कम
मौसम विभाग के अनुसार 4 जून के बाद राज्य के अधिकांश हिस्सों में वर्षा की संभावना बहुत कम है। ऐसे में दक्षिण और मध्य बिहार के लोग भीषण गर्मी का सामना करते रहेंगे। मौसम वैज्ञानिकों ने लोगों से विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है, विशेषकर दोपहर के समय बाहर निकलने से बचने और पर्याप्त पानी पीने की चेतावनी दी गई है। बिहार में मौसम दो ध्रुवीय स्थितियों में बंटा हुआ है। एक ओर जहां उत्तर बिहार के लोगों को बारिश से राहत मिली है, वहीं दक्षिण बिहार के लोग अब भी भीषण गर्मी से जूझ रहे हैं। आने वाले दिनों में बारिश की संभावना कम होते देख यह आवश्यक है कि लोग गर्मी और लू से बचाव के सभी उपाय अपनाएं और मौसम विभाग की सलाह का पालन करें।

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