प्रदेश में मानसून के प्रभाव से मौसम बदला, कई जिलों में झमाझम बारिश, पटना समेत 18 जिलों में अलर्ट जारी

पटना। प्रदेश में मानसून के आगमन से पहले ही मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। सोमवार सुबह सहरसा में बादल छा गए और कुछ ही समय में झमाझम बारिश शुरू हो गई। वहीं, जहानाबाद में हल्की बूंदाबांदी देखने को मिली। मौसम विभाग ने पूरे बिहार के 38 जिलों में आंधी और बारिश की संभावना जताई है। इसके मद्देनज़र दरभंगा, भागलपुर, मुजफ्फरपुर सहित 18 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में आकाशीय बिजली गिरने की भी चेतावनी दी गई है। इसके अलावा गया, नवादा समेत 20 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है, जहां 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने और हल्की बारिश होने की संभावना है।
पटना समेत कई हिस्सों में बदल रहा मौसम
राजधानी पटना में भी मौसम में बदलाव देखा जा रहा है। आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है और कुछ इलाकों में बारिश भी हो सकती है। बीते रविवार को पटना का अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पूरे राज्य में सबसे अधिक था। वहीं, बांका का तापमान 31.2 डिग्री रहा। रविवार को पटना में दिनभर बादल छाए रहे, हालांकि दोपहर बाद धूप निकल आई।
31 मई तक बदले रहेंगे मौसम के तेवर
मौसम विभाग के अनुसार, 31 मई तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में मौसम ऐसा ही बना रहेगा। खासकर उत्तर और पूर्वी बिहार में भारी बारिश की संभावना है। यह बारिश किसानों के लिए राहत की बात है क्योंकि इससे खेतों को नमी मिलेगी, जो आगामी फसलों के लिए फायदेमंद होगी। लेकिन आकाशीय बिजली को लेकर लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
नौतपा में राहत की उम्मीद
इस बार नौतपा, जो 25 मई से शुरू होता है और नौ दिनों तक सबसे ज्यादा गर्मी वाला समय माना जाता है, उसमें मौसम थोड़े नरम तेवर में रह सकता है। इसकी वजह अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी युक्त हवाएं हैं। इन हवाओं की वजह से आंधी और बारिश का सिलसिला बना हुआ है। राज्य में हवा में नमी का स्तर 80 प्रतिशत तक है, जिससे तापमान तो ऊंचा रहेगा लेकिन बारिश और हवाओं के कारण गर्मी उतनी तीव्र नहीं महसूस होगी।
बिहार में समय से पहले आ सकता है मानसून
केरल में मानसून ने पहले ही दस्तक दे दी है, जो आमतौर पर 1 जून तक पहुंचता है। इस बार 25 मई को ही मानसून वहां पहुंच गया है। आमतौर पर केरल से बिहार तक मानसून आने में 15 से 16 दिन का समय लगता है, ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि बिहार में मानसून 10 से 12 जून के बीच पहुंच सकता है। हालांकि यह अनुमान हवा की गति, नमी और बादलों की स्थिति पर निर्भर करता है।
इस साल सामान्य से अधिक बारिश की उम्मीद
मौसम विभाग ने अप्रैल में जानकारी दी थी कि इस बार अल नीनो का असर नहीं रहेगा, जिससे सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना है। 2023 में अल नीनो के सक्रिय रहने के कारण 6 प्रतिशत कम बारिश हुई थी, लेकिन इस बार ऐसी कोई स्थिति नहीं है। इससे खेती और जल संकट जैसी समस्याओं में राहत मिलने की संभावना है। राज्य में मौसम का यह बदलाव जहां एक ओर गर्मी से राहत दिला रहा है, वहीं दूसरी ओर आकाशीय बिजली और तेज हवाओं को लेकर सतर्कता भी जरूरी बन गई है। मानसून की जल्द दस्तक से किसानों में उम्मीदें बढ़ी हैं और आम लोगों को गर्मी से राहत मिलती दिख रही है।

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