पटना में बस ने खड़े हाइवा ट्रक में मारी टक्कर, ड्राइवर स्टेयरिंग में फंसा, 6 लोग घायल

पटना। राजधानी पटना के फतुहा थाना क्षेत्र स्थित नारायणा चौक के पास शुक्रवार को एक भीषण सड़क हादसे में बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की बस खड़े हाइवा ट्रक में पीछे से जा टकराई। इस हादसे में बस के ड्राइवर की स्थिति गंभीर बनी हुई है, वहीं बस में सवार छह अन्य यात्री घायल हो गए हैं। सभी घायलों को प्राथमिक इलाज के बाद पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस नालंदा जिले के हरनौत से पटना की ओर आ रही थी। जैसे ही वह नारायणा चौक के पास पहुंची, चालक को सामने खड़े हाइवा ट्रक का अंदाजा नहीं हुआ और तेज रफ्तार में बस जाकर सीधे ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और ड्राइवर स्टेयरिंग में फंस गया। घटना के बाद सड़क पर अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों और राहगीरों ने तुरंत पुलिस और बचाव दल को सूचना दी। मौके पर पहुंची फतुहा थाना पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। ड्राइवर करीब 25 मिनट तक बस के अंदर फंसा रहा और दर्द से कराहता रहा। आखिरकार गैस कटर की मदद से बस का अगला हिस्सा काटा गया और ड्राइवर को बाहर निकाला गया। ड्राइवर की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है और वह फिलहाल पीएमसीएच में वेंटिलेटर पर है। वहीं, हादसे में घायल अन्य छह यात्रियों को भी पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। इन यात्रियों को हल्की से मध्यम चोटें आई हैं और डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज जारी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नारायणा चौक पर खड़े भारी वाहनों की वजह से अक्सर दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। हादसे के समय ट्रक सड़क किनारे खड़ा था लेकिन उसके पीछे कोई संकेतक या चेतावनी चिन्ह नहीं लगाया गया था, जिससे आगे से आने वाले वाहनों को ट्रक की उपस्थिति का अंदाजा नहीं हो सका। फतुहा थाना प्रभारी ने बताया कि हादसे की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बस की गति तेज थी और चालक को ट्रक की स्थिति का अंदाजा नहीं लग सका, जिससे यह हादसा हुआ। ट्रक मालिक की पहचान की जा रही है और लापरवाही बरतने के मामले में कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने फिर एक बार सड़क सुरक्षा और भारी वाहनों की अनियमित पार्किंग पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि सड़क किनारे खड़े भारी वाहनों पर सख्त कार्रवाई हो और सुरक्षा के उचित उपाय सुनिश्चित किए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएं टाली जा सकें।
