समस्तीपुर में गर्भवती महिला ने की आत्महत्या, पति से फ़ोन पर विवाद के बाद उठाया खौफनाक कदम
समस्तीपुर। जिले के बिथान प्रखंड अंतर्गत लरझाघाट थाना क्षेत्र के बेलसंडी वार्ड नंबर 5 से एक बेहद मार्मिक घटना सामने आई है, जहां आठ माह की गर्भवती महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका की पहचान पप्पू सदा की पत्नी चांदनी कुमारी के रूप में हुई है। यह घटना मंगलवार देर रात की है, जिसने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है। परिवार और पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चांदनी कुमारी का पति पप्पू सदा पिछले पांच महीनों से पंजाब में मजदूरी कर रहा है। रोज की तरह मंगलवार को भी पति-पत्नी के बीच फोन पर बातचीत हुई, लेकिन इस बार बातचीत के दौरान कहासुनी हो गई। विवाद के बाद चांदनी मानसिक रूप से काफी व्यथित हो गई। परिजनों के अनुसार, फोन पर झगड़े के बाद वह बच्चों के साथ जोर-जोर से रोने लगी। परिजनों ने समझाने की कोशिश की, तो वह थोड़ी देर में शांत हो गई। इसके बाद परिवार के सदस्य घर से बाहर चौक की ओर चले गए। देर शाम जब मृतका के ससुर अर्जुन सदा वापस घर लौटे तो उन्होंने देखा कि उनका पोता जोर-जोर से रो रहा है। उन्होंने जब कमरे में झांका तो बहू चांदनी कुमारी छप्पर से साड़ी के फंदे के सहारे लटकी हुई थी। उन्होंने शोर मचाया, जिसके बाद आसपास के लोग जुटे और चांदनी को नीचे उतारा गया, लेकिन तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। घटना की सूचना मिलते ही लरझाघाट थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए समस्तीपुर सदर अस्पताल भेज दिया गया। पुलिस ने घटनास्थल से प्राथमिक जांच के तहत साक्ष्य एकत्र किए हैं। रोसड़ा की डीएसपी सोनल कुमारी ने बताया कि यह मामला पारिवारिक कलह से जुड़ा प्रतीत होता है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि पति से फोन पर कहासुनी के बाद महिला ने आत्मघाती कदम उठाया। डीएसपी ने यह भी कहा कि मृतका के मायके पक्ष की ओर से अब तक कोई लिखित शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु के कारणों की अंतिम पुष्टि की जाएगी। गांव में इस घटना को लेकर मातम पसरा है। लोग चांदनी की मौत से स्तब्ध हैं। बताया जाता है कि चांदनी कुमारी एक शांत स्वभाव की महिला थी और अपने एक छोटे बेटे के साथ घर पर रहती थी। उसकी एक और संतान आठ माह की गर्भावस्था में थी, जिसे वह इस दुनिया में लाने की तैयारी कर रही थी। लेकिन पारिवारिक तनाव ने उसकी जिंदगी को अचानक समाप्त कर दिया। यह घटना न केवल एक परिवार की व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि पारिवारिक कलह और मानसिक तनाव किस हद तक घातक साबित हो सकते हैं। ऐसे मामलों में समय रहते संवाद, परामर्श और सहानुभूति भरी सहायता बेहद जरूरी हो जाती है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। चांदनी की असमय मृत्यु ने गांव सहित पूरे क्षेत्र को शोकाकुल कर दिया है।


