December 3, 2025

आम आदमी पार्टी ने एएसएपी स्टूडेंट विंग का किया गठन, विश्वविद्यालय में छात्र संघ से बढ़ाएगी ताकत

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद आम आदमी पार्टी ने अपनी रणनीति में बदलाव की दिशा में कदम बढ़ाया है। पार्टी अब युवाओं और छात्र वर्ग को साथ जोड़कर राजनीति में नई ऊर्जा लाने की कोशिश कर रही है। इसी क्रम में पार्टी ने एक नए छात्र संगठन ‘एएसएपी’ यानी ‘असोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स’ की शुरुआत की है।
नई पहल के पीछे मकसद
इस संगठन के गठन के पीछे पार्टी का उद्देश्य देशभर के विश्वविद्यालयों में वैकल्पिक राजनीति की नींव रखना है। पार्टी अब दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय समेत अन्य शिक्षण संस्थानों में छात्र संघ चुनाव में भाग लेकर अपनी राजनीतिक मौजूदगी मजबूत करना चाहती है। पार्टी के अनुसार, यह संगठन छात्रों की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करेगा और उन्हें वैचारिक रूप से जागरूक कर राजनीति में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करेगा।
घोषणा कार्यक्रम में वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी
दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित इस कार्यक्रम में पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज और हाल ही में राजनीति में आए शिक्षा जगत से जुड़े अवध ओझा मौजूद रहे। इस अवसर पर एएसएपी का लोगो भी जारी किया गया। मनीष सिसोदिया ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश को कई मोर्चों पर सुधार की जरूरत है और इसमें युवाओं की भागीदारी बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि एएसएपी का मतलब है “जितनी जल्दी हो सके”, और यह नाम हमें याद दिलाता है कि बदलाव के लिए समय नहीं है, अब काम करने का समय है।
राजनीतिक पराजय के बाद संगठनात्मक पुनर्गठन
दिल्ली में दस साल तक सत्ता में रहने के बाद आम आदमी पार्टी को हाल ही में करारी हार का सामना करना पड़ा। पार्टी न केवल लोकसभा चुनाव में पिछड़ गई, बल्कि उसके कई वरिष्ठ नेता भी अपनी सीट नहीं बचा सके। इसके साथ ही दिल्ली नगर निगम में भी पार्टी को सत्ता से बाहर होना पड़ा। ऐसे में पार्टी अब नए सिरे से जनसंपर्क और संगठन निर्माण की रणनीति पर काम कर रही है।
कैंपस पॉलिटिक्स में बढ़ेगी सक्रियता
छात्र राजनीति भारतीय लोकतंत्र का अहम हिस्सा रही है। कई बड़े नेता छात्र संगठनों से ही राजनीति में आए हैं। इसी परंपरा को ध्यान में रखते हुए आम आदमी पार्टी अब एएसएपी के जरिए कॉलेज और विश्वविद्यालयों में अपनी विचारधारा को फैलाना चाहती है। पार्टी का मानना है कि युवा वर्ग को संगठित कर न केवल आने वाली पीढ़ी को राजनीति से जोड़ना संभव होगा, बल्कि इससे देश में वैकल्पिक राजनीति को भी मजबूती मिलेगी।
पंजाब और गुजरात पर भी ध्यान
छात्र संगठन के गठन के साथ-साथ आम आदमी पार्टी अन्य राज्यों में भी अपनी पकड़ मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है। पार्टी एक ओर पंजाब में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है, तो वहीं गुजरात में भी संगठन विस्तार को लेकर सक्रिय है।
भविष्य की योजना
पार्टी की योजना है कि जहां-जहां छात्र संघ चुनाव होते हैं, वहां एएसएपी को सक्रिय रूप से मैदान में उतारा जाए और नेतृत्व की भूमिका दी जाए। और जहां चुनाव नहीं होते, वहां यह संगठन छात्रों की समस्याओं को लेकर संवाद और आंदोलन के माध्यम से सक्रिय रहेगा। पार्टी को उम्मीद है कि यह नई पहल उसे युवा वर्ग में नई पहचान दिलाएगी और राजनीतिक संतुलन में एक नया विकल्प प्रस्तुत करेगी।

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