बेतिया में दहेज के लिए विवाहिता की हत्या, वारदात के बाद शव जलाने की कोशिश, पेट्रोल और टायर बरामद

बेतिया। बिहार के बेतिया जिले से एक बार फिर दहेज प्रताड़ना की दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया है। मझौलिया थाना क्षेत्र में शुक्रवार को एक विवाहिता की हत्या कर उसके शव को जलाने की कोशिश की गई। मृतका की पहचान चम्पा देवी के रूप में हुई है, जिनकी शादी छह साल पहले हरिरंजन महतो से हुई थी।
बाइक के लिए की जा रही थी प्रताड़ना
मृतका के पिता रामानंद महतो ने पुलिस को बताया कि कुछ समय से चम्पा के ससुराल वाले दहेज में बाइक की मांग कर रहे थे। इसको लेकर उनकी बेटी को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। जब उनकी मांग पूरी नहीं हुई, तो गुरुवार रात को चम्पा की गला दबाकर हत्या कर दी गई।
हत्या के बाद शव जलाने की कोशिश
हत्या के बाद आरोपी ससुराल वालों ने शव को छिपाने के लिए उसे जलाने की योजना बनाई। वे शव को प्लास्टिक के बोरे में भरकर घर से लगभग एक किलोमीटर दूर 80 आरडी अमवा नहर के पास ले गए। वहां उन्होंने शव को जलाने के लिए टायर, पेट्रोल और यूरिया भी साथ ले रखा था। यह सब कुछ बेहद योजनाबद्ध तरीके से किया गया था ताकि हत्या का सबूत मिटाया जा सके।
ग्रामीणों की सतर्कता से रुका जघन्य कृत्य
जब ससुराल वाले शव को नहर के पास जलाने की कोशिश कर रहे थे, तभी कुछ स्थानीय ग्रामीणों को शक हुआ। उन्होंने तुरंत मायके पक्ष को इस घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही चम्पा देवी के परिजन मौके पर पहुंच गए और इस जघन्य कृत्य को रोक दिया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच कहासुनी और मारपीट भी हुई।
पुलिस ने मौके से जुटाए सबूत
सूचना मिलते ही मझौलिया थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा। थानाध्यक्ष विश्व मोहन चौधरी ने बताया कि मौके से प्लास्टिक का बोरा, टायर, पेट्रोल और यूरिया बरामद किया गया है। इन वस्तुओं को साक्ष्य के रूप में जब्त कर लिया गया है।
आरोपी फरार, केस दर्ज
पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी ससुराल वाले फरार हो चुके थे। चम्पा देवी के पिता की लिखित शिकायत पर मझौलिया थाना में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
दहेज के खिलाफ फिर उठे सवाल
यह घटना एक बार फिर समाज के उस काले चेहरे को उजागर करती है, जहां आज भी दहेज के लिए बेटियों की बलि दी जाती है। सरकार और कानून की तमाम कोशिशों के बावजूद दहेज प्रथा की जड़ें गहरी बनी हुई हैं। इस घटना ने साबित कर दिया है कि केवल कानून बनाना काफी नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना की भी आवश्यकता है।
न्याय की उम्मीद में परिजन
मृतका के परिजनों का कहना है कि उन्हें अब सिर्फ न्याय चाहिए। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो। पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए हर पहलू से जांच में जुटी हुई है।

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