राजद कार्यालय में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन, तेजस्वी का हमला, कहा- अब बिहार में बदलाव का समय
पटना। पंचायती राज दिवस के अवसर पर गुरुवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भाग लिया और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। सम्मेलन की शुरुआत में तेजस्वी यादव ने हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी और एक मिनट का मौन रखकर उन्हें याद किया। अपने भाषण में तेजस्वी यादव ने केंद्र और बिहार की एनडीए सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब बिहार की जनता को बदलाव लाना चाहिए। उन्होंने कार्यकर्ताओं से लालू प्रसाद यादव की विचारधारा को गांव-गांव तक पहुंचाने का आग्रह किया और कहा कि यह एक नई शुरुआत का समय है। उन्होंने बीते दो दशकों में बिहार की स्थिति पर सवाल उठाए और कहा कि राज्य की जनता ने 20 सालों तक राज्य सरकार और 11 सालों तक केंद्र सरकार को देखा है, फिर भी बिहार देश का सबसे गरीब राज्य बना हुआ है। तेजस्वी ने कहा कि बेरोजगारी चरम पर है, यहां से सबसे ज्यादा पलायन हो रहा है और किसानों की स्थिति बद से बदतर हो गई है। न तो यहां कोई बड़ा उद्योग है और न ही व्यापार, जिससे लाखों लोग रोज़गार की तलाश में दूसरे राज्यों में जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार की मौजूदा सरकार पंचायत प्रतिनिधियों के साथ तानाशाही रवैया अपना रही है। मुखिया और सरपंचों को धमकाया जा रहा है, जिससे राज्य में डर का माहौल बन गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री की सभाओं पर भी टिप्पणी की और कहा कि ऐसे कार्यक्रमों में केवल भीड़ इकट्ठा करने पर ध्यान दिया जा रहा है, जबकि आम जनता की समस्याओं को अनदेखा किया जा रहा है। तेजस्वी ने केंद्र सरकार पर भी आरोप लगाया कि वह बिहार के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। न तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिला है और न ही कोई विशेष पैकेज दिया गया है। कार्यक्रम में तेजस्वी ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे पंचायत स्तर पर संगठन को मजबूत करें ताकि 2025 के विधानसभा चुनाव में एनडीए को सत्ता से हटाया जा सके। इस सम्मेलन का आयोजन पंचायत राज प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र विद्यार्थी की अगुवाई में हुआ। हालांकि, कार्यक्रम में राजद के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह की अनुपस्थिति चर्चा का विषय रही।


