पटना में पेड़ गिरने से महिला घायल, अस्पताल में इलाज के दौरान मौत
बिहटा। पटना जिले के बिहटा क्षेत्र से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां तेज आंधी-तूफान के दौरान एक पेड़ गिरने से 60 वर्षीय महिला की मौत हो गई। मृतका की पहचान लेखन टोला निवासी कुसुम देवी के रूप में की गई है। यह घटना उस समय घटी जब गुरुवार को अचानक तेज आंधी-तूफान शुरू हुआ और कुसुम देवी अपने घर के बाहर मवेशियों को बांधने गई थीं। तभी एक भारी भरकम खजूर का पेड़ उनके ऊपर आकर गिर गया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गईं। परिजनों ने बिना देर किए उन्हें नजदीकी प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन उनकी हालत इतनी गंभीर थी कि तमाम कोशिशों के बावजूद डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके। इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई, जिससे पूरे परिवार और मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई। घटना की जानकारी मिलते ही बिहटा थाना प्रभारी राजकुमार पांडे अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तुरंत शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए दानापुर अस्पताल भेज दिया। वहीं, मृतका के बेटे शाहिद कुमार पासवान ने पुलिस को आवेदन सौंपा है, जिसके आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। यह घटना न केवल एक परिवार के लिए व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि यह स्थानीय प्रशासन और समाज के लिए भी एक चेतावनी है। प्राकृतिक आपदाओं, विशेषकर आंधी-तूफान के समय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है। पेड़ों की नियमित जांच और आवश्यकतानुसार छंटाई या हटाने जैसे उपाय किए जाने चाहिए, ताकि इस प्रकार की घटनाएं रोकी जा सकें। कुसुम देवी का यूं अचानक चले जाना उनके परिवार के लिए बहुत बड़ा सदमा है। वह न केवल एक मां थीं, बल्कि परिवार की एक महत्वपूर्ण कड़ी भी थीं। उनके जाने से उनका परिवार शोक में डूबा है और अब उन्हें न्याय की उम्मीद है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और यदि किसी प्रकार की लापरवाही पाई जाती है तो कार्रवाई भी की जाएगी। यह हादसा हमें याद दिलाता है कि प्रकृति के प्रति लापरवाही या अनदेखी कभी-कभी जीवन पर भारी पड़ सकती है। इसलिए ज़रूरी है कि हम समय रहते सतर्क रहें और संभावित खतरों से निपटने के लिए पूरी तैयारी रखें।


