December 3, 2025

पलायन यात्रा में शामिल होने पटना पहुंचे सचिन पायलट, कहा- नौकरी के नाम युवाओं के साथ धोखा हुआ, कांग्रेस उनके साथ खड़ी

पटना। बिहार में बेरोजगारी और पलायन के गंभीर मुद्दों को लेकर निकाली गई ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ यात्रा आज पटना में समापन पर पहुंच गई। इस यात्रा की अगुवाई कांग्रेस नेता और पूर्व जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने की। यात्रा के अंतिम दिन वे पटना में पदयात्रा के जरिए मुख्यमंत्री आवास तक मार्च कर रहे हैं। इस मार्च में करीब 5000 कार्यकर्ता हिस्सा ले रहे हैं। इस यात्रा में भाग लेने और युवाओं को समर्थन देने के लिए राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी पटना पहुंचे। उन्होंने एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह यात्रा सिर्फ एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि युवाओं की उम्मीदों और उनके साथ हुए विश्वासघात के खिलाफ आवाज है। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार दोनों ने युवाओं को बार-बार धोखा दिया है। रोजगार के वादे तो किए गए, लेकिन उन्हें कभी पूरा नहीं किया गया। सचिन पायलट ने कहा कि “नौकरी दो, पलायन रोको” अब सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि जनआंदोलन बन चुका है। उन्होंने बिहार सरकार और केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार से लगातार पलायन हो रहा है, और इसे रोकने के लिए कोई ठोस नीति नहीं बनाई गई। कन्हैया कुमार ने बताया कि यात्रा की शुरुआत 16 मार्च को पश्चिम चंपारण के ऐतिहासिक भितिहरवा गांधी आश्रम से हुई थी। यात्रा के दौरान पूरे राज्य में युवाओं, छात्रों और बेरोजगारों से संवाद किया गया और उनकी समस्याओं को एकत्र कर एक मांग-पत्र तैयार किया गया। इस मांग-पत्र को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सौंपने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने बताया कि पटना साहिब, कुम्हरार और बांकीपुर जैसे इलाकों में यात्रा का विशेष फोकस रहा क्योंकि ये इलाके न सिर्फ बीजेपी के पारंपरिक गढ़ हैं, बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले हजारों छात्र-छात्राओं का भी केंद्र हैं। इस दौरान कन्हैया कुमार ने केंद्र सरकार की वादाखिलाफी और कथित परिवारवाद पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी दूसरों पर परिवारवाद का आरोप लगाती है, लेकिन गृह मंत्री अमित शाह का बेटा बीसीसीआई का चेयरमैन बन जाता है, इस पर बीजेपी मौन रहती है। इस यात्रा के जरिए कांग्रेस ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि वह युवाओं के रोजगार और सम्मान की लड़ाई में उनके साथ मजबूती से खड़ी है।

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