December 3, 2025

लुधियाना में स्कूल की दीवार पर लिखे गए देश विरोधी नारे, खालिस्तान का किया समर्थन, ब्लास्ट की धमकी

लुधियाना। पंजाब के लुधियाना जिले के खन्ना क्षेत्र में एक बेहद चिंताजनक घटना सामने आई है। यहां एक स्कूल की दीवार पर भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीम राव अंबेडकर के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लिखे गए। इसके साथ ही देश विरोधी और खालिस्तान समर्थक नारे भी दीवार पर नजर आए। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और आम जनता के बीच चिंता की लहर दौड़ा दी है।
सिख समुदाय को भड़काने की कोशिश
दीवार पर लिखे गए नारों में सिख समुदाय को भड़काने वाले तथ्य भी शामिल थे। इसका मकसद समाज में नफरत फैलाना और सांप्रदायिक माहौल को खराब करना था। यह हरकत न केवल सामाजिक सद्भाव के लिए खतरा है बल्कि राज्य की शांति व्यवस्था को भी गंभीर चुनौती देती है।
गुरपतवंत सिंह पन्नू का वीडियो संदेश
इस मामले के पीछे सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख और खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू का नाम सामने आया है। पन्नू ने एक वीडियो संदेश जारी कर राजनीतिक दलों को चेतावनी दी है कि वे 14 अप्रैल को डॉ. भीम राव अंबेडकर की जयंती न मनाएं। उसने धमकी दी कि अगर ऐसा किया गया तो लुधियाना में धमाके करवाए जाएंगे और छापे मारे जाएंगे। पन्नू ने यह भी कहा कि अब फैसला लुधियाना की जनता को करना है। इस घटना को लेकर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष और पूर्व विधायक लखवीर सिंह लक्खा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने पन्नू को मानसिक रूप से विक्षिप्त करार दिया और कहा कि उसे गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। हालांकि लक्खा ने यह भी जोड़ा कि राज्य सरकार, पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल साबित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि पन्नू का नेटवर्क लगातार फैलता जा रहा है और रोज कहीं न कहीं माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। लक्खा ने देश की सुरक्षा एजेंसियों से पन्नू को पकड़कर भारत लाने की मांग की।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
जैसे ही प्रशासन को इस घटना की जानकारी मिली, उन्होंने तत्काल स्कूल की दीवारों को फिर से पेंट करवा दिया ताकि आपत्तिजनक नारे हटाए जा सकें। इस मामले में एसपी (आई) पवनजीत चौधरी ने बताया कि डीएसपी और एसएचओ को मौके पर भेजा गया है और कानून के तहत उचित कार्रवाई की जा रही है।
शांति बनाए रखने की चुनौती
यह घटना एक बार फिर बताती है कि पंजाब में शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहना होगा। ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और समाज में एकता बनाए रखने के प्रयास समय की मांग हैं। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि राज्य का भाईचारा और सांप्रदायिक सौहार्द किसी भी सूरत में बिगड़ने न पाए।

You may have missed