संविधान सम्मेलन कार्यक्रम के लिए पटना पहुंचे राहुल गांधी, बेगूसराय की पलायन यात्रा में होंगे शामिल

पटना। कांग्रेस नेता राहुल गांधी पटना पहुंच गए हैं। राहुल गांधी पटना से सीधे बेगूसराय के लिए रवाना होंगे। बेगूसराय में राहुल गांधी पलायन रोको नौकरी दो यात्रा में शामिल होंगे। राहुल गांधी पटना एयरपोर्ट पहुंच गए हैं। जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया है। दरअसल, लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी आज एक दिवसीय बिहार दौरे पर हैं। राहुल गांधी का यह इस साल में तीसरा बिहार दौरा है। राहुल गांधी के दौरे को लेकर प्रशासन अलर्ट पर है। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राहुल गांधी के दौरे को अहम माना जा रहा है। राहुल हांधी पटना एयरपोर्ट पहुंच गए हैं और यहां से सीधे बेगूसराय रवाना होंगे। जहां वो ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा में भाग लेंगे, फिर पटना लौटकर दो अहम कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे और पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनावी दिशा देंगे। राहुल गांधी आईटीआई मैदान से शुरू होने वाली पदयात्रा में कन्हैया कुमार के साथ करीब 2 किलोमीटर तक पैदल चलेंगे। लोगों से मिलेंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे। इस पदयात्रा का उद्देश्य राज्य से हो रहे युवाओं के पलायन को रोकना और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर सुनिश्चित करना है। बिहार में सरकारी नौकरियों की कमी और खाली पदों पर भर्ती नहीं होने को लेकर राहुल गांधी इस दौरे में युवाओं की आवाज बनने की कोशिश करेंगे। वे युवाओं से सरकार पर दबाव बनाने के लिए एकजुट होने की अपील करेंगे। बेगूसराय से लौटने के बाद राहुल गांधी पटना में श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ को संबोधित करेंगे। इसके बाद वे सदाकत आश्रम पहुंचकर पार्टी के पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों और वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे। वे संगठन को मजबूती देने, बूथ स्तर पर तैयारियों और चुनावी रणनीति पर चर्चा करेंगे। बताया गया है कि पार्टी जल्द ही ‘हर घर कांग्रेस का झंडा’ अभियान और पंचायत स्तर पर चौपाल कार्यक्रम शुरू करने जा रही है, जिसकी रणनीति भी इसी बैठक में बनेगी। राहुल गांधी के इस दौरे से बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस, राजद और वाम दलों के महागठबंधन और एनडीए के बीच टक्कर को लेकर रणनीति बननी शुरू हो चुकी है। कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद ने वक्फ कानून पर बीजेपी और जेडीयू को निशाने पर लिया, तो वहीं कांग्रेस ने सामाजिक मुद्दों को केंद्र में रखकर युवाओं को जोड़ने की कोशिशें तेज कर दी हैं।
