December 3, 2025

घिबली स्टाइल फोटो से तेजस्वी का एनडीए पर हमला, कहा- युवाओं की नौकरी खाने वाले आरक्षण चोर दे जवाब

पटना। पटना में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। इन दिनों सोशल मीडिया पर घिबली स्टाइल फोटो का ट्रेंड चल रहा है, जिसमें लोग अपनी तस्वीरें इसी स्टाइल में शेयर कर रहे हैं। इसी ट्रेंड का फायदा उठाते हुए बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपनी घिबली स्टाइल फोटो पोस्ट की और इसके जरिए एनडीए सरकार पर निशाना साधा।
तेजस्वी यादव का आरक्षण पर बयान
तेजस्वी यादव ने अपनी तस्वीर के साथ सोशल मीडिया पर लिखा, ‘आरक्षण चोर जवाब दें’। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में उनकी सरकार ने जब 17 महीने तक शासन किया, तब दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और अतिपिछड़ों के लिए आरक्षण को 65 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया था। लेकिन बीजेपी और एनडीए की सरकार ने इसे संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल नहीं किया। तेजस्वी का दावा है कि केंद्र सरकार ऐसा इसलिए कर रही है ताकि एससी, एसटी, ओबीसी और अतिपिछड़े वर्ग के युवाओं को आरक्षण का पूरा लाभ न मिले। तेजस्वी का आरोप है कि इससे इन वर्गों के लाखों युवाओं की नौकरियां हड़पी जा रही हैं। उन्होंने सीधे-सीधे बीजेपी और एनडीए को ‘आरक्षण चोर’ करार दिया और कहा कि उन्हें इस सवाल का जवाब देना चाहिए।
अमित शाह पर भी साधा निशाना
इससे पहले, तेजस्वी यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा था। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि अगर उनकी सरकार बनी तो बिहार में बाढ़ नियंत्रण पर काम किया जाएगा। उन्होंने अमित शाह के बयान पर कटाक्ष करते हुए पूछा, क्या बिहार में पिछले 20 साल से तालिबान की सरकार थी?’ तेजस्वी का कहना है कि एनडीए सरकार की कोई ठोस उपलब्धि नहीं है और जब कोई उपलब्धि नहीं होती, तो वे झूठे दावे करने लगते हैं।
बिहार की राजनीति में सोशल मीडिया की बढ़ती भूमिका
बिहार की राजनीति में सोशल मीडिया का प्रभाव लगातार बढ़ता जा रहा है। नेता अब पारंपरिक जनसभाओं और रैलियों के अलावा डिजिटल माध्यमों का भी उपयोग कर रहे हैं। तेजस्वी यादव ने अपनी घिबली स्टाइल फोटो के जरिए एक नए तरीके से राजनीतिक हमला किया है, जिससे उनकी पोस्ट युवाओं के बीच काफी वायरल हो रही है।
आरक्षण पर जारी है सियासत
बिहार में आरक्षण हमेशा से एक बड़ा मुद्दा रहा है। विपक्ष सरकार पर बार-बार आरोप लगाता रहा है कि वह दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के हक को खत्म करने की कोशिश कर रही है। वहीं, एनडीए सरकार का कहना है कि वह सामाजिक न्याय के लिए प्रतिबद्ध है और सभी वर्गों के विकास के लिए काम कर रही है।
राजनीतिक माहौल और आने वाले चुनाव
बिहार में अगले चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है। तेजस्वी यादव अपने बयानों और सोशल मीडिया गतिविधियों के जरिए लगातार सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, एनडीए भी अपने विकास कार्यों को गिनाकर जनता को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही है। तेजस्वी यादव के इस बयान के बाद देखना दिलचस्प होगा कि एनडीए सरकार की ओर से क्या प्रतिक्रिया आती है और यह मुद्दा चुनावी समीकरणों को कितना प्रभावित करता है।

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