कैमूर में पुलिस कस्टडी में अधेड़ की मौत, प्रशासन में हड़कंप, शरीर पर मिले जख्म के निशान
कैमूर। कैमूर जिले के करमचट थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति की पुलिस हिरासत में मौत हो गई, जिससे प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है। मृतक की पहचान ठकुरहट गांव निवासी 40 वर्षीय संजय शंकर पांडे के रूप में हुई है। इस घटना के बाद पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं, और परिवार ने न्याय की मांग की है।
शराब के नशे में परिवार से कर रहा था मारपीट
घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार, संजय शंकर पांडे शराब के नशे में धुत होकर अपने घर में हंगामा कर रहा था। उसने अपनी पुत्री और अन्य परिजनों के साथ मारपीट की, जिससे परिवार के सदस्य परेशान हो गए। स्थिति को काबू में करने के लिए परिवार ने डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और संजय को हिरासत में लेकर थाने ले गई।
पुलिस हिरासत में बिगड़ी तबीयत, अस्पताल ले जाते समय मौत
थाने पहुंचने के बाद पुलिस ने संजय की मेडिकल जांच करवाई, जिसमें पुष्टि हुई कि उसने शराब का सेवन किया था। पुलिस का कहना है कि हिरासत में रहते हुए संजय की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। जब उसकी स्थिति गंभीर हो गई, तो पुलिस उसे तत्काल सदर अस्पताल, भभुआ ले जाने लगी। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में उसकी मौत हो गई।
शरीर पर मिले चोट के निशान, परिजनों ने लगाए आरोप
पोस्टमार्टम के दौरान संजय शंकर पांडे के शरीर पर कुछ चोटों के निशान पाए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, उसके गर्दन और पैर पर हल्के जख्म मिले हैं, जिससे संदेह बढ़ गया है। मृतक के बड़े भाई अजय शंकर पांडे ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने संजय की मौत को संदिग्ध बताया और प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की।
मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में होगी जांच
घटना को गंभीरता से लेते हुए भभुआ के डीएसपी शिव शंकर कुमार ने बयान दिया है कि पूरे मामले की जांच मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में की जाएगी। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी करवाई जाएगी, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो। इसके अलावा, मामले की निष्पक्ष जांच के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया जाएगा। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
पुलिस हिरासत में मौत पर उठ रहे सवाल
पुलिस हिरासत में हुई संजय शंकर पांडे की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अक्सर हिरासत में मौत के मामले विवादों में रहते हैं, और इस घटना के बाद भी पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं। परिजनों और स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस ने संजय के साथ अनुचित व्यवहार किया, जिससे उसकी हालत बिगड़ी। हालांकि, पुलिस ने किसी भी तरह के दुर्व्यवहार से इनकार किया है और पूरी जांच के बाद ही सच्चाई सामने आने की बात कही है। कैमूर जिले में हुई इस घटना ने प्रशासन और पुलिस पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मृतक के परिजन न्याय की मांग कर रहे हैं, जबकि पुलिस जांच प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है। अब सभी की नजरें मजिस्ट्रेट जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे पता चलेगा कि संजय शंकर पांडे की मौत सामान्य थी या इसमें कोई लापरवाही हुई थी।


