जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन समाप्त, तीन आतंकियों का एनकाउंटर, सेना के तीन जवान शहीद

कठुआ। जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच चल रही मुठभेड़ समाप्त हो गई है। इस ऑपरेशन में तीन आतंकियों को मार गिराया गया, जबकि तीन जवान शहीद हो गए। मारे गए आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद के प्रॉक्सी संगठन पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट से जुड़े थे। इस अभियान के दौरान सुरक्षाबलों के सात जवान घायल भी हुए हैं, जिनमें से तीन ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
शहीद हुए जवानों की पहचान
इस एनकाउंटर में जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के तीन जवान शहीद हुए। इनमें तारिक हुसैन, जसवंत सिंह और बलविंदर सिंह शामिल हैं। ये जवान ऑपरेशन के दौरान घायल हो गए थे और इन्हें जम्मू मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। इसके अलावा, डीएसपी धीरज सिंह सहित चार अन्य घायल जवानों का इलाज उधमपुर के सैन्य अस्पताल में चल रहा है।
सुरक्षा बलों ने चलाया था बड़ा ऑपरेशन
राजबाग के घाटी जुथाना इलाके के जखोले गांव में सुरक्षाबलों को आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ और एसओजी की जॉइंट टीम ने इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरू किया। आतंकियों की मौजूदगी की पुष्टि होने के बाद सुरक्षा बलों ने थर्मल इमेजिंग, ड्रोन, हेलिकॉप्टर, बुलेटप्रूफ वाहनों और खोजी कुत्तों की मदद से ऑपरेशन तेज कर दिया।
23 मार्च से जारी था आतंकवाद विरोधी अभियान
यह ऑपरेशन 23 मार्च को तब शुरू हुआ जब हीरानगर सेक्टर में आतंकवादियों के एक ग्रुप को सुरक्षाबलों ने घेर लिया था। हालांकि, वे वहां से भागने में सफल रहे और बाद में जखोले गांव के पास देखे गए। इस पर सुरक्षाबलों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पूरे इलाके को घेर लिया और ऑपरेशन शुरू कर दिया। इस दौरान सेना के दो जवान भी घायल हुए, जिन्हें सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आतंकियों ने एक परिवार को बनाया था बंधक
23 मार्च को आतंकियों ने कठुआ के हीरानगर सेक्टर में एक घर में घुसकर वहां मौजूद माता-पिता और उनकी बच्ची को बंधक बना लिया था। हालांकि, मौका पाकर यह परिवार आतंकियों के चंगुल से भागने में सफल रहा। इस घटना में बच्ची को हल्की चोटें आई थीं। बंधक बनाए गए परिवार ने ही पुलिस को आतंकियों की मौजूदगी की सूचना दी थी। महिला ने बताया था कि उसने पांच आतंकियों को देखा था, जो कमांडो की वर्दी पहने हुए थे और दाढ़ी बढ़ा रखी थी।
सुरक्षा बलों का ऑपरेशन सफल रहा
इस सर्च ऑपरेशन के दौरान तीन आतंकियों को मार गिराया गया, जिससे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत हो गई है। हालांकि, इस अभियान में तीन जवानों की शहादत से सुरक्षाबलों को नुकसान भी झेलना पड़ा। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इस ऑपरेशन से जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों के मंसूबों पर करारा प्रहार हुआ है।
स्थिति पर बनी हुई है नजर
सुरक्षा बलों ने अब पूरे इलाके की गहन तलाशी ली है और ऑपरेशन को आधिकारिक रूप से समाप्त घोषित कर दिया है। हालांकि, सेना और अन्य एजेंसियां अभी भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
