पूर्णिया में 73 लाख की लॉटरी की टिकटें बरामद, फोन जब्त, युवक गिरफ्तार

पूर्णिया। पूर्णिया पुलिस को लॉटरी टिकट तस्करी के एक बड़े रैकेट का खुलासा करने में सफलता मिली है। पुलिस ने गुलाबबाग मंडी के पास से एक ऑटो से 1 करोड़ 73 लाख 28 हजार रुपये मूल्य के लॉटरी टिकट जब्त किए हैं। इस मामले में 19 वर्षीय युवक मनीष कुमार को गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से एक महंगा मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है, जिसकी कीमत लगभग डेढ़ लाख रुपये बताई जा रही है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और इस पूरे तस्करी रैकेट की गहराई से जांच की जा रही है।
गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई
सदर एसडीपीओ पंकज शर्मा ने बताया कि गुलाबबाग टीओपी थाना प्रभारी कुंदन कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि पश्चिम बंगाल से पूर्णिया में लॉटरी टिकट की एक बड़ी खेप लाई जा रही है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने इलाके में सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया। इसी दौरान गुलाबबाग मंडी के गेट के पास एक बिना नंबर प्लेट वाले ऑटो को रोका गया। तलाशी के दौरान उसमें लदे 10 कार्टून में लगभग 14 लाख 44 हजार लॉटरी टिकट मिले।
नागालैंड और पूर्वोत्तर से आई थी खेप
पुलिस की जांच में यह पता चला है कि जब्त किए गए लॉटरी टिकट नागालैंड और पूर्वोत्तर राज्यों से तस्करी के लिए पश्चिम बंगाल के रास्ते पूर्णिया लाए गए थे। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी मनीष कुमार ने खुलासा किया है कि इनमें से 7 कार्टून लॉटरी टिकट पूर्णिया के गुलाबबाग निवासी सन्नी कुमार और सुमन कुमार को बेचे गए थे। इन टिकटों को पश्चिम बंगाल के दालकोला तक पहुंचाया जाना था, लेकिन पुलिस ने समय रहते कार्रवाई कर तस्करों के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
अन्य आरोपियों की तलाश जारी
गिरफ्तार मनीष कुमार से पूछताछ में तीन अन्य लोगों के नाम सामने आए हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। मुख्य आरोपियों सन्नी कुमार और सुमन कुमार की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही इस तस्करी नेटवर्क के अन्य सदस्यों को भी पकड़ लिया जाएगा।
लॉटरी तस्करी का बढ़ता जाल
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, लॉटरी टिकटों की अवैध तस्करी का यह कोई पहला मामला नहीं है। बिहार में लंबे समय से लॉटरी टिकटों की अवैध बिक्री और तस्करी की घटनाएं सामने आती रही हैं। कई लोग इसे अवैध रूप से खरीदते और बेचते हैं, जिससे सरकार को राजस्व का नुकसान होता है। वहीं, इस धंधे से जुड़े लोग भोले-भाले लोगों को ठगने का काम भी करते हैं।
पुलिस की सतर्कता से मिली सफलता
इस मामले में पुलिस की सक्रियता और सतर्कता से एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि लॉटरी तस्करों के खिलाफ आगे भी इसी तरह की कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि इस अवैध धंधे को पूरी तरह खत्म किया जा सके। पूर्णिया में हुई इस बड़ी कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि राज्य में अवैध लॉटरी टिकट कारोबार बड़े पैमाने पर संचालित हो रहा है। अब देखना होगा कि पुलिस इस नेटवर्क के बाकी सदस्यों को कब तक गिरफ्तार कर पाती है और इस पूरे रैकेट को पूरी तरह खत्म करने में कितनी सफल होती है।
