November 17, 2025

विधानसभा में वक्फ संशोधन बिल को लेकर विपक्ष का जोरदार प्रदर्शन, विधायकों ने कुर्सियां उठाई, कार्यवाही स्थगित

पटना। बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के 17वें दिन वक्फ संशोधन बिल को लेकर विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया। राजद और माले के विधायकों ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विरोध प्रदर्शन किया और वेल में पहुंच गए। इस दौरान कई विधायकों ने कुर्सियां उठा लीं और टेबल पलटने की भी कोशिश की।
स्पीकर की अपील और सदन स्थगित
सदन में बढ़ते हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने विधायकों से अपनी सीटों पर बैठने की अपील की। उन्होंने कहा कि अब तक 18 दिन सदन ठीक से चला है और सिर्फ दो दिन का समय बचा है, इसलिए कार्यवाही सुचारू रूप से चलने दी जाए। बावजूद इसके, विपक्षी विधायक लगातार नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन करते रहे। जब स्थिति नियंत्रण से बाहर होती दिखी, तो स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया
सदन स्थगित होने के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी सीट पर बैठे रहे और माले विधायक महबूब आलम से उनकी मांगों को लेकर पत्र मंगवाया। वह पत्र पढ़ने में व्यस्त रहे और हाउस एडजॉर्नमेंट (सदन स्थगित होने) की जानकारी लेने के लिए विपक्षी सदस्यों से बातचीत करते दिखे। इसके बाद भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने उन्हें कार्यवाही स्थगित होने की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने फिर इशारों में पूछा कि स्पीकर कहां चले गए।
राबड़ी देवी पर टिप्पणी को लेकर नया विवाद
विधानसभा सत्र के 16वें दिन भी विपक्ष का विरोध प्रदर्शन चर्चा में रहा था। राजद के विधायक हरे रंग के टी-शर्ट पहनकर सदन में पहुंचे थे, जिन पर सरकार विरोधी नारे लिखे थे। जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन टी-शर्ट पर लिखे नारे पढ़े, तो उन्होंने राबड़ी देवी की ओर इशारा करते हुए टिप्पणी की, जिससे विपक्ष भड़क गया। मुख्यमंत्री ने कहा, आपका क्या है, सब आपके हसबैंड का किया हुआ है। इस बेचारी को कुछ पता है। इस बयान के बाद राजद ने मुख्यमंत्री पर महिलाओं का अपमान करने का आरोप लगाया और उनसे माफी की मांग की।
तेजस्वी और तेज प्रताप यादव की प्रतिक्रिया
राजद नेता तेजस्वी यादव और उनके भाई तेज प्रताप यादव ने मुख्यमंत्री के इस बयान की कड़ी आलोचना की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि मुख्यमंत्री की भाषा अशोभनीय है और यह नारी शक्ति का घोर अपमान है। उन्होंने मुख्यमंत्री से बिहार की महिलाओं से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की।
आगे की स्थिति क्या होगी?
वक्फ संशोधन बिल को लेकर विपक्ष के विरोध और मुख्यमंत्री के बयान पर विवाद से यह स्पष्ट है कि बिहार विधानसभा में राजनीतिक तनाव बढ़ता जा रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार विपक्ष की मांगों पर क्या रुख अपनाती है और इस विवाद का क्या समाधान निकलता है।

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