जमुई में ई-रिक्शा से 117 बोतल विदेशी शराब जब्त, पुलिस ने दो तस्करों को दबोचा
जमुई। बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद तस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। तस्कर नए-नए तरीकों से शराब की तस्करी कर रहे हैं, लेकिन पुलिस भी इन गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही है। हाल ही में जमुई जिले के खैरा थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक ई-रिक्शा से 117 बोतल विदेशी शराब जब्त की है। इस मामले में पुलिस ने दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई
जमुई पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एक ई-रिक्शा के जरिए शराब की बड़ी खेप तस्करी की जा रही है। सूचना के आधार पर खैरा थाना पुलिस की एंटी-लिकर टीम ने एक विशेष जांच अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने संदेह के आधार पर एक ई-रिक्शा को रोका और उसकी तलाशी ली। जांच में पुलिस को बड़ी सफलता मिली, जब रिक्शा से कुल 117 बोतल विदेशी शराब बरामद हुई।
ई-रिक्शा में बना रखा था गुप्त तहखाना
तस्करों ने पुलिस से बचने के लिए ई-रिक्शा में खास बदलाव किए थे। खैरा थाना अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार ने बताया कि तस्करों ने ई-रिक्शा की पैसेंजर सीट के नीचे एक गुप्त तहखाना बनाया था, जिसमें शराब की बोतलें छिपाई गई थीं। यह तरीका काफी चालाकी भरा था, क्योंकि बाहर से देखने पर ई-रिक्शा एक सामान्य यात्री वाहन की तरह ही दिखता था। लेकिन पुलिस की सतर्कता के कारण यह चालाकी ज्यादा समय तक नहीं चल सकी।
दो तस्कर गिरफ्तार, आगे की जांच जारी
इस कार्रवाई में पुलिस ने जमुई शहर के दो तस्करों, छोटू कुमार और गोलू मांझी, को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया। दोनों तस्करों से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह शराब कहां से लाई गई थी और इसे कहां सप्लाई किया जाना था। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस तस्करी में और कौन-कौन शामिल हैं और इस गिरोह का नेटवर्क कितना बड़ा है।
शराबबंदी के बावजूद जारी है तस्करी
बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद शराब तस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। तस्कर पुलिस से बचने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते हैं, लेकिन पुलिस भी इन मामलों पर पैनी नजर बनाए हुए है। ई-रिक्शा के जरिए शराब तस्करी का यह मामला साबित करता है कि तस्कर नए-नए तरीके खोजकर अपने अवैध धंधे को जारी रखने की कोशिश कर रहे हैं।
पुलिस टीम की सतर्कता और अगली कार्रवाई
इस पूरे मामले में पुलिस की तत्परता और सतर्कता की वजह से एक बड़ी तस्करी को रोका जा सका। इस कार्रवाई में खैरा थाना अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार, एसआई रामानंद यादव, एंटी-लिकर प्रभारी विद्यारंजन कुमार और एसआई शाफिऊर रहमान की टीम शामिल थी। पुलिस अब आगे की जांच में जुटी हुई है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। जमुई जिले में हुए इस मामले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि शराबबंदी के बावजूद तस्कर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। हालांकि, पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई के कारण इस मामले में दो तस्करों की गिरफ्तारी हो सकी और 117 बोतल विदेशी शराब बरामद की गई। प्रशासन की ओर से यह साफ कर दिया गया है कि शराबबंदी कानून को कड़ाई से लागू किया जाएगा और तस्करों के खिलाफ लगातार सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।


