पटना यूनिवर्सिटी में अब स्मार्टफोन से बनेगी शिक्षकों की हाजिरी, सेल्फी अपलोड करना अनिवार्य
पटना। बिहार में अब यूनिवर्सिटी टीचरों की मनमानी नहीं चलेगी। पटना यूनिवर्सिटी में अब टीचर सेल्फी वाली ऑनलाइन हाजिरी बनाएंगे। शिक्षकों एवं कर्मचारियों की मोबाइल ऐप से बायोमेट्रिक सिस्टम आधारित उपस्थिति दर्ज की जाएगी। इसके साथ ही कक्षाओं में छात्र-छात्राओं की हाजिरी भी ऑनलाइन लगेगी। बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने इस संबंध में पटना विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि पटना यूनिवर्सिटी में टैब आधारित बायोमेट्रिक सिस्टम पर पीयू के स्टूडेंट्स की उपस्थिति दर्ज की जाएगी। सरकारी स्कूलों में भी शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी का यही सिस्टम लागू है। पत्र में एस सिद्धार्थ ने कहा कि पटना यूनिवर्सिटी में सकारात्मक शैक्षणिक वातावरण बनाने पर मंथन हुआ। इसमें पीयू और उसके संबद्ध सभी कॉलेजों में सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों के साथ ही स्टूडेंट्स की हाजिरी क्लास के अंदर ही ऑनलाइन दर्ज की जाएगी। इसके लिए एक मोबाइल ऐप विकसित किया जाएगा। शिक्षकों को अपने स्मार्टफोन पर अटेंडेंस ऐप इंस्टॉल करना होगा। अपनी आईडी से लॉगिन करने के बाद उन्हें यूनिवर्सिटी परिसर के 500 मीटर के दायरे के भीतर लाइव सेल्फी लेकर अपलोड करना होगा। इसी अटेंडेंस के आधार पर शिक्षकों एवं कर्मचारियों को सैलरी दी जाएगी। इधर, पटना यूनिवर्सिटी के सभी कॉलेजों में स्टूडेंट्स की अटेंडेंस टैब से रोजाना दर्ज किया जाएगा। इसके लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर विकसित करने का जिम्मा बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम को दिया जाएगा। एसीएस ने कुलपति से कहा कि शिक्षक और कर्मियों की हाजिरी बनाने में सुविधा हो, इसके लिए पीयू के विभिन्न विभागों और संभागों में 2-5 टैबलेट सेट अलग से उपलब्ध कराए जाएं। शिक्षा विभाग की ओर से आये इस निर्देश के बाद उम्मीद की जा रही है कि राज्य के अन्य विश्वविद्यालयों में भी टीचरों की मनमानी बंद होगी और वहां भी सेल्फी वाली ऑनलाइन हाजिरी की व्यवस्था होगी।


