मसौढ़ी में वृद्ध महिला को बाइक ने मारी टक्कर, दर्दनाक मौत
पटना। मसौढ़ी में मंगलवार देर शाम एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना हुई, जिसमें एक वृद्ध महिला की जान चली गई। यह घटना मसौढ़ी थाना क्षेत्र के नौआबाग इलाके में एनएच 22 पर घटी। दुर्घटना में बाइक सवार भी गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे प्राथमिक उपचार के बाद पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) रेफर किया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मृतक महिला नौआबाग निवासी स्वर्गीय बालकिशुन यादव की पत्नी फुलमतिया देवी थीं, जो सड़क किनारे पैदल जा रही थीं। उसी दौरान तेज रफ्तार से आ रहे बाइक सवार ने संतुलन खो दिया और वृद्धा को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि वृद्धा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। बाइक चला रहा युवक 30 वर्षीय जितेंद्र कुमार था, जो जहानाबाद जिले के घोसी थाना क्षेत्र के महमदपुर गांव का रहने वाला था। वह अपने घर लौट रहा था, लेकिन रास्ते में यह दुर्घटना हो गई। टक्कर के बाद वह भी गंभीर रूप से घायल हो गया और सड़क पर गिर पड़ा। दुर्घटना के तुरंत बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभालने की कोशिश की। कुछ लोगों ने घायल बाइक सवार को अस्पताल पहुंचाने में मदद की, जबकि कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर मौजूद लोगों का कहना था कि सड़क पर तेज रफ्तार और लापरवाही से गाड़ी चलाने की वजह से इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं। सूचना मिलते ही मसौढ़ी थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने मृतक महिला के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं, घायल बाइक सवार को स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि दुर्घटना चालक की लापरवाही से हुई या कोई अन्य कारण था। इस दुखद घटना के बाद मृतक फुलमतिया देवी के परिवार में कोहराम मच गया। उनके परिजन सदमे में हैं और बार-बार यही सवाल कर रहे हैं कि आखिर कब तक सड़क हादसों में लोगों की जान जाती रहेगी। परिवार के लोगों ने प्रशासन से सड़कों पर यातायात नियमों को सख्ती से लागू करने और वाहनों की तेज रफ्तार पर नियंत्रण लगाने की मांग की। हाल के वर्षों में सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। खासकर राष्ट्रीय राजमार्गों पर तेज गति से वाहन चलाने की वजह से दुर्घटनाएं अधिक हो रही हैं। वाहन चालकों द्वारा हेलमेट और सीट बेल्ट न पहनना, यातायात नियमों की अनदेखी करना और लापरवाही से गाड़ी चलाना भी दुर्घटनाओं के मुख्य कारणों में शामिल हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का पालन करें और सावधानी से वाहन चलाएं, तो सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सकती है। वहीं, प्रशासन को भी चाहिए कि वे सड़क सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू करें और लापरवाह चालकों पर कड़ी कार्रवाई करें। मसौढ़ी में हुई इस दर्दनाक दुर्घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। वृद्ध महिला की जान चली गई और एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना एक सीख है कि सड़क पर पैदल चलने वालों और वाहन चालकों, दोनों को सतर्क रहने की जरूरत है। सरकार और प्रशासन को भी सड़क सुरक्षा के प्रति अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके और अनमोल जिंदगियों की रक्षा की जा सके।


