नौबतपुर में ट्रक से 31 मवेशियां बरामद, चार पशु तस्करों को पुलिस ने दबोचा
पटना। नौबतपुर में पशु तस्करी का बड़ा मामला सामने आया है। गौ ज्ञान फाउंडेशन की सतर्कता से 31 मवेशियों को तस्करों के चंगुल से बचाया गया और चार तस्करों को गिरफ्तार किया गया। बरामद मवेशियों को गौशाला भेज दिया गया है, जबकि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
गुप्त सूचना से हुआ खुलासा
गौ ज्ञान फाउंडेशन की सेविका लता देवी ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि एक ट्रक में अवैध रूप से मवेशियों को ले जाया जा रहा है। इस सूचना के आधार पर फाउंडेशन के सदस्य सूरज कुमार, प्रिंस कुमार और मनीष कुमार ने नौबतपुर के टोल प्लाजा पर निगरानी शुरू की। कुछ ही देर में एक संदिग्ध ट्रक वहां से गुजरने लगा, जिसमें से मवेशियों की कराहने की आवाजें आ रही थीं।
ट्रक की तलाशी में बड़ा खुलासा
शक होने पर टीम ने ट्रक को रोककर तलाशी ली, जिससे पूरे मामले का खुलासा हुआ। ट्रक में 31 मवेशी ठूंस-ठूंस कर भरे गए थे, जिनमें से तीन मृत पाए गए। आरोपियों ने इन बेजुबान जानवरों की आंखों में मिर्च पाउडर डाल रखा था, जिससे वे अधिक विरोध न कर सकें। पूछताछ में पता चला कि तस्कर इन मवेशियों को पश्चिम बंगाल ले जा रहे थे।
चार तस्कर गिरफ्तार
घटना की जानकारी मिलते ही नौबतपुर थाना प्रभारी रजनीश कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने चार तस्करों को गिरफ्तार कर लिया और ट्रक को जब्त कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान नवादा के बबलू यादव, बबन यादव, रोहतास के अयूब कुरैशी और अरवल के मोहम्मद रहमत उल्लाह कुरैशी के रूप में हुई है।
मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया
रेस्क्यू किए गए मवेशियों को वन देवी गौशाला भेज दिया गया, जहां उनकी देखभाल की जा रही है। गौ ज्ञान फाउंडेशन के सदस्यों ने इस कार्रवाई को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज
पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि इस तस्करी में और कौन-कौन शामिल हो सकता है। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि पशु तस्करी का नेटवर्क अभी भी सक्रिय है, लेकिन सतर्कता और जागरूकता के चलते ऐसे मामलों को रोका जा सकता है। गौ ज्ञान फाउंडेशन की तत्परता और पुलिस की मुस्तैदी से 31 मवेशियों को बचाया जा सका और तस्करों को सलाखों के पीछे पहुंचाया गया। पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है ताकि इस तरह की गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लगाई जा सके।


