मुजफ्फरपुर में डबल मर्डर से हड़कंप: बगीचे में पेड़ से लटका मिला मां-बेटी का शव, पुलिस की जांच जारी

मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र में शनिवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। जिले के पिलखी गांव में एक बगीचे में लीची के पेड़ से मां और उसकी तीन साल की बेटी का शव लटका मिला। इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। स्थानीय लोगों ने इस घटना को लेकर हत्या की आशंका जताई है और पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। मंगलवार सुबह जब कुछ ग्रामीण बगीचे के पास से गुजर रहे थे, तो उन्होंने पेड़ से लटकते दो शव देखे। यह दृश्य देखकर गांव में हड़कंप मच गया और बड़ी संख्या में लोग वहां इकट्ठा हो गए। महिला की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, लेकिन ग्रामीणों ने यह आशंका जताई कि किसी ने हत्या कर शव को फंदे से लटका दिया है। महिला की साड़ी को फाड़कर उसका फंदा बनाया गया था, जिसके एक छोर से महिला और दूसरे छोर से उसकी तीन साल की बेटी का शव बंधा हुआ था। महिला के कपड़ों और शरीर की स्थिति देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि हत्या से पहले उसके साथ संघर्ष हुआ होगा। उसके हाथ, बाल, चेहरा और कपड़े मिट्टी में सने हुए थे, जिससे यह भी आशंका जताई जा रही है कि उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया हो।
पहचान अब तक अज्ञात
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। हालांकि, अब तक शवों की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस ने आसपास के गांवों में मृतकों की पहचान कराने के लिए जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों को उनकी तस्वीरें भेजी हैं। सकरा थाना प्रभारी राजू पाल ने बताया कि महिला और बच्ची संभवतः किसी राहगीर परिवार की हो सकती हैं, जो रास्ते में किसी अनहोनी का शिकार हो गईं। हालांकि, अभी इस मामले में कोई ठोस सुराग नहीं मिला है और पुलिस हर संभावित एंगल से जांच कर रही है।
हत्या या आत्महत्या?
स्थानीय लोग इस घटना को हत्या मान रहे हैं, जबकि पुलिस किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले पूरी जांच करना चाहती है। गांव के कई लोगों का कहना है कि महिला और बच्ची की हत्या कर शव को आत्महत्या का रूप देने के लिए फंदे से लटका दिया गया है। महिला की शरीर की स्थिति और संघर्ष के संकेत हत्या की संभावना को मजबूत करते हैं। वहीं, पुलिस अभी आत्महत्या की संभावना से भी इंकार नहीं कर रही है। हालांकि, बच्ची के साथ आत्महत्या का कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आ रहा है, जिससे मामला और भी संदिग्ध हो जाता है।
एफएसएल टीम को बुलाया गया
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीम को मौके पर बुलाया है। टीम घटनास्थल से फिंगरप्रिंट, कपड़ों के निशान और अन्य संभावित साक्ष्य इकट्ठा कर रही है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि यह हत्या थी या आत्महत्या। इसके अलावा, पुलिस आसपास के क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाल रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि महिला और बच्ची वहां कैसे पहुंची और उनके साथ क्या हुआ।
ग्रामीणों में डर का माहौल
इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में भय और चिंता का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी घटनाएं पहले कभी नहीं हुई थीं, इसलिए वे चाहते हैं कि पुलिस जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़कर न्याय दिलाए।
पुलिस की उम्मीद: जल्द होगा खुलासा
सकरा थाना प्रभारी राजू पाल ने बताया कि पुलिस जल्द ही इस मामले का खुलासा कर देगी। फिलहाल, शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। यह मामला अब पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। पुलिस पर जल्द से जल्द सच्चाई सामने लाने का दबाव बढ़ता जा रहा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि जांच किस दिशा में आगे बढ़ती है और क्या यह मामला एक जघन्य हत्या का है या फिर कोई और सच्चाई सामने आएगी।

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