होली में चिकन खाने वाले हो जाएं सावधान, प्रदेश में तेजी से फैल रहा बर्ड फ्लू
पटना। होली के त्योहार में जहां चारों ओर खुशियों का माहौल होता है, वहीं इस बार बिहार के लोगों को खास सतर्क रहने की जरूरत है। राज्य में बर्ड फ्लू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है।
बर्ड फ्लू का बढ़ता खतरा
होली के अवसर पर बिहार समेत पूरे देश में 14 और 15 मार्च को धूमधाम से त्योहार मनाया जाएगा। इस मौके पर कई घरों में चिकन और मटन के पकवान बनाए जाते हैं। ऐसे में बर्ड फ्लू का बढ़ता खतरा चिंता का विषय बन गया है। बर्ड फ्लू, जिसे एवियन इन्फ्लुएंजा के नाम से भी जाना जाता है, एक संक्रामक रोग है जो पक्षियों में फैलता है और कभी-कभी इंसानों में भी फैल सकता है। इसका मुख्य कारण संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आना या उनका मांस खाने से संक्रमण का खतरा होता है। बिहार में इस बीमारी के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग को सतर्क कर दिया है।
स्वास्थ्य विभाग का अलर्ट
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इस गंभीर स्थिति पर चिंता जताई है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग पूरी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है। विभाग के अधिकारियों और डॉक्टरों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विभाग अन्य मंत्रालयों के साथ तालमेल बनाकर बर्ड फ्लू के संक्रमण को रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है और हर संभव कदम उठाया जा रहा है ताकि स्थिति पर नियंत्रण पाया जा सके।
बचाव के लिए जागरूकता अभियान
बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान भी चला रहा है। इस अभियान के तहत लोगों को बर्ड फ्लू के लक्षण, इसके फैलने के तरीके और बचाव के उपायों के बारे में जानकारी दी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि होली के मौके पर चिकन या मटन का सेवन करने से पहले उसे सही ढंग से पकाना बेहद जरूरी है। अधपके मांस के सेवन से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, बाजार में मुर्गे-मुर्गियों के संपर्क में आने से भी परहेज करने की सलाह दी जा रही है।
चिकन खाने वालों के लिए चेतावनी
होली के अवसर पर ज्यादातर लोग स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लेते हैं, जिनमें चिकन प्रमुख होता है। ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में लोगों को चिकन से परहेज करना ही सबसे सुरक्षित विकल्प रहेगा। हालांकि, चिकन का सेवन करना या न करना पूरी तरह व्यक्ति का निजी निर्णय है, लेकिन बढ़ते खतरे को देखते हुए सतर्कता बरतना जरूरी है। बर्ड फ्लू के बढ़ते खतरे को देखते हुए बिहार के लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी निर्देशों का पालन करना और चिकन के सेवन को लेकर सतर्क रहना ही फिलहाल सबसे सुरक्षित उपाय है। त्योहार की खुशियों में स्वास्थ्य से जुड़ी सावधानियों को नजरअंदाज करना नुकसानदायक हो सकता है। इसीलिए होली का आनंद उठाते हुए खुद और अपने परिवार को सुरक्षित रखना सबसे जरूरी है।


