November 17, 2025

महिला दिवस पर जदयू कार्यालय पहुंचे सीएम, कहा- हमने महिलाओं के लिए क्या-क्या काम किया बताने की जरूरत नहीं, हमेशा आगे बढ़ाया

पटना। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू कार्यालय में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उपस्थित महिलाओं को शुभकामनाएं दीं और राज्य में महिलाओं के उत्थान के लिए किए गए कार्यों पर चर्चा की।
महिलाओं ने किया मुख्यमंत्री का जोरदार स्वागत
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के पहुंचने पर महिलाओं ने उत्साहपूर्वक उनका स्वागत किया। ‘दो हजार पच्चीस, फिर से नीतीश’ के नारों के बीच मुख्यमंत्री ने महिलाओं के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए कई अहम कदम उठाए हैं, जिससे आज बिहार में महिलाएं आत्मनिर्भर और सुरक्षित महसूस कर रही हैं।
महिलाओं के उत्थान के लिए सरकार के प्रयास
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं के विकास के लिए उनकी सरकार ने लगातार प्रयास किया है। उन्होंने कहा, “हमने महिलाओं के लिए क्या-क्या किया है, इसे बताने की जरूरत नहीं है। आज बिहार में महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में ‘जीविका दीदियों’ के माध्यम से गांव-गांव में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने गर्व के साथ कहा कि बिहार में सबसे अधिक महिला पुलिसकर्मी हैं, जो राज्य में सुरक्षा और शांति बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
महिलाओं को दिए गए आरक्षण के लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने महिलाओं के विकास को प्राथमिकता दी है। सरकारी सेवाओं में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। इसके अलावा, पंचायती राज संस्थाओं और नगर निकाय के चुनावों में भी महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण का लाभ दिया गया है। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों का परिणाम है कि आज बिहार की महिलाएं पूर्ण आत्मविश्वास के साथ प्रदेश की प्रगति में योगदान दे रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 से पहले महिलाओं के लिए कोई विशेष काम नहीं किया गया था, लेकिन उनकी सरकार ने महिलाओं के लिए शिक्षा, रोजगार और सुरक्षा के क्षेत्र में बड़े सुधार किए हैं।
बिहार में महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के प्रयासों से बिहार में माहौल पूरी तरह बदल चुका है। उन्होंने कहा, “पहले शाम को महिलाएं घर से बाहर निकलने में डरती थीं, लेकिन आज बिहार की महिलाएं देर रात तक भी सड़कों पर बेखौफ घूम सकती हैं। राज्य में कानून व्यवस्था बेहतर हुई है और महिलाएं अब सुरक्षित महसूस करती हैं। मुख्यमंत्री ने महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि समाज के विकास में महिलाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने जदयू महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष भारती मेहता को संबोधित करते हुए कहा कि वे महिलाओं को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएं। मुख्यमंत्री के इस संबोधन से यह स्पष्ट हो गया कि बिहार सरकार महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए निरंतर प्रयासरत है और राज्य में महिलाओं को शिक्षा, सुरक्षा और रोजगार के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।

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